दोबारा हज पर जाने को देना होगा अतिरिक्त 35 हजार रुपये
हज बैतुल्लाह 2018 पर जाने वाले यात्रियों की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। केंद्र सरकार ने पहले चरण में ही सब्सिडी खत्म कर दी। फिर केंद्रीय हज कमेटी ने किराया का बोझ बढ़ा दिया। अब सऊदी हुकूमत ने दोबारा...
हज बैतुल्लाह 2018 पर जाने वाले यात्रियों की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। केंद्र सरकार ने पहले चरण में ही सब्सिडी खत्म कर दी। फिर केंद्रीय हज कमेटी ने किराया का बोझ बढ़ा दिया। अब सऊदी हुकूमत ने दोबारा हज और उमरा करने वालों पर अतिरिक्त बोझ लाद दिया है।
झारखंड हज कमेटी के प्रवक्ता ने बताया कि दोबारा हजपर जाने वाले यात्रियों पर सऊदी हुकूमत ने आर्थिक शिकंजा कसा है। पहले हज और उमरा कर चुके यात्रियों को सऊदी हुकूमत दो हजार रियाल (भारतीय करंसी 35 हजार रुपये) अतिरिक्त जमा कराने को कहा है।
ईद के बाद होगी ट्रेनिंग : हज कमेटी जमशेदपुर के सदस्य हाजी इकबाल ने बताया कि रमजान से पहले जामा मस्जिद साकची और फैजुल उलूम हज सेवा सेंटर धतकीडीह में एक-एक तरबियती कैंप हो चुका है। अब ईद के बाद देवबंदी और बरेलवी मसल की मस्जिदों में हज ट्रेनिंग कार्यक्रम होगा।
दूसरी किस्त की राशि जमा : हज कमेटी के प्रमुख हाजी शकील अहमद ने बताया कि हजयात्रियों ने रमजान में दूसरी किस्त की राशि जमा करा दी है। दूसरी किस्त की राशि ग्रीन प्रथम श्रेणी में 2 लाख चार हजार 450 रुपये तथा अजीजिया द्वितीय श्रेणी में एक लाख 70 हजार तीन सौ रुपये जमा हुई है।
जमशेदपुर से 404 यात्री : नई हज नीति और सब्सिडी हटाए जाने के बाद 434 यात्रियों ने निबंधन कराया था। इनमें से 10 ने कैंसिल कराया। जमशेदपुर के 404 यात्रियों में 110 फैजुल उलूम और 294 जामा मस्जिद से हैं। रांची से 227 और कोलकाता से 177 यात्री मक्का और मदीना की उड़ान भरेंगे।