राकेश्वर के इंटक प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अनूप सिंह ने शुरू की असंतुष्टों की गोलबंदी
झारखंड इंटक के अध्यक्ष पद के लिए राकेश्वर पांडेय के नाम की घोषणा के बाद संगठन का अंतर्कलह जोर पकड़ गया है। वरीय उपाध्यक्ष अनूप सिंह अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कमेटी के पुनर्गठन के लिए लामबंदी करने...
झारखंड इंटक के अध्यक्ष पद के लिए राकेश्वर पांडेय के नाम की घोषणा के बाद संगठन का अंतर्कलह जोर पकड़ गया है। वरीय उपाध्यक्ष अनूप सिंह अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कमेटी के पुनर्गठन के लिए लामबंदी करने में जुट गए हैं। उन्होंने मंगलवार को पहले बेरमो फिर जमशेदपुर में समर्थकों संग बैठक कर रणनीति बनाई।
इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीवा रेड्डी ने राकेश्वर पांडेय की अध्यक्षता में 75 सदस्यीय झारखंड प्रदेश की तदर्थ कमेटी की घोषणा सोमवार किया गया था। इसके दूसरे ही दिन अनूप सिंह जमशेदपुर पहुंचे। उन्होंने जुस्को श्रमिक यूनियन कार्यालय में कमेटी के कई पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सदस्यों ने कमेटी में वरीयता की अनदेखी करने, वैसे लोगों को कमेटी में शामिल करने का आरोप लगाया है जिनका मजदूरों से किसी प्रकार का संबंध नहीं है। सदस्यों ने कहा कि संजीवा रेड्डी द्वारा कमेटी गठित किये जाने की वजह से उसका सम्मान करते हैं। उनके किसी भी आदेश का सम्मान करेंगे।
चुनाव कराने की मांग : बैठक में फैसला लिया गया कि वे लोग सभी लिखकर संजीवा रेड्डी से यथाशीघ्र चुनाव कराने की मांग करेंगे। उन्होंने एक साल के भीतर चुनाव कराने की भी बात कही है। बैठक में टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डप्टिी प्रेसिडेंट अरबिंद पांडेय, उपाध्यक्ष शहनवाज आलम, जुस्को यूनियन के अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय, शिवलखन सिंह, बेबी सिंह, एके सिंह आदि शामिल हुए। हालांकि इन नेताओं ने अनूप सिंह द्वारा लिखे गए पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया।
वरिष्ठों की अनदेखी ठीक नहीं : इससे पूर्व हड़ताल के बहाने बेरमो में समर्थकों संग मंगलवार को बैठक कर रणनीति तय की। बोले रेड्डी साहब पिता तुल्य हैं। उनकी ओर से झारखंड इंटक की घोषित कमेटी का विरोध नहीं है। पुरानी या एडहॉक कमेटी के आधार पर नहीं बल्कि डेलीगेट झारखंड इंटक के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों का चुनाव करें। अनूप सिंह बोले कि झारखंड इंटक में कई वरिष्ठ लोग हैं।