कोविड के बाद विद्यार्थियों की हर जानकारी हाईटेक
फ़ोटो- हाईटेक ग्रुप एमएनपीएस के विद्यार्थियों ने हाईटेक ग्रुप बनाया, क्यूआर कोड से...

कोविड महामारी ने शिक्षकों ही नहीं, विद्यार्थियों को भी हाईटेक बना दिया है। साकची स्थित एमएनपीएस स्कूल के विद्यार्थियों की जानकारी एक क्यूआर कोड से मिलेगी। ये क्यूआर कोड शिक्षकों ने नहीं, बल्कि विद्यार्थियों ने तैयार की है।
एमएनपीएस के हाईटेक ग्रुप में कुल 106 विद्यार्थी हैं। इसमें कक्षा तीन से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थी शामिल हैं, जिन्होंने क्यूआर कोड का निर्माण किया है। इस कोड से हाईटेक ग्रुप के सभी विद्यार्थियों की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। हर आपदा एक मौका लेकर आती है। उसी तरह कोरोना ने भी लोगों को कई मौके दिए। कोविड महामारी और बंदी के दौरान स्कूल के शिक्षक सहित विद्यार्थी भी हाईटेक हो गए। पढ़ाई से लेकर परीक्षा दो साल तक डिजिटल तरीके से हुई। ऑनलाइन पढ़ना और पढ़ाना शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए अंतिम रास्ता बचा। इस अंतिम रास्ते को कुछ ने नई शुरुआत बना ली और नए-नए रास्ते ढूंढ निकाले। इस स्कूल के हाईटेक ग्रुप में हाईटेक मैगजीन का निर्माण किया गया है, जिसमें स्कूल की हर गतिविधियों की जानकारी मिलेगी। एकेडमिक जानकारी से लेकर उनकी उपलब्धि तक की जानकारी इस मैगजीन के माध्यम से मिलेगी। हाईटेक ग्रुप के विद्यार्थियों ने शिक्षकों के साथ मिलकर ऑटोमेटेड ई रिपोर्ट कार्ड, ई अटेंडेंस शीट बनाई। पूरे दो साल कोविड पीरियड में इसी का प्रयोग किया गया। सिर्फ रोल नंबर बदलते ही विद्यार्थियों की एकेडमिक डिटेल्स का पता चल जाएगा। स्कूल की शिक्षिका बिंदु आहूजा के सहयोग से इस ग्रुप को बनाया गया है। इसके अलावा विद्यार्थियों ने गूगल डाटा स्टूडियो डिजिटल लाइब्रेरी भी बनाई है, जो एंड्रॉयड फोन में बहुत ही कम स्पेस लेती है। सभी चीजें ड्राइव में सेव हो जाती हैं। इस डिजिटल लाइब्रेरी में बहुत सी जानकारी उपलब्ध है। विद्यार्थियों ने ई रेसिपी बुक बनाई है, जिसमें 10 हजार से भी ज्यादा रेसिपी सिर्फ 1.5 एमबी की फाइल में है। पीडीएफ फाइल में क्लिक करते ही यह जीमेल अकाउंट में खुलता है। इससे फोन की मेमोरी लॉस नहीं होती। इस ग्रुप की संस्थापक सदस्य बिंदु आहूजा ने पूरे पठन-पाठन की कार्यशैली लेसन प्लानिंग, रिकॉर्ड कीपिंग इत्यादि को ई-प्लानिंग में तब्दील करने में योगदान दिया। इसकी सराहना स्कूल प्रंबधन के साथ-साथ टाटा स्टील द्वारा आयोजित बेस्ट प्रैक्टिस सेशन में भी की गई।
कोट::
कोविड के दौरान स्कूल की शिक्षिकाओं ने बच्चों को जिस तरह हाईटेक बनाया है, वह सराहनीय है। कई स्कूल बच्चों का सेशन लेने के लिए संपर्क कर रहे हैं, जो गर्व की बात है।
- आशु तिवारी, प्रिंसिपल, एमएनपीएस
