एमजीएम अस्पताल के निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने व्यवस्था को लेकर कहीं ये बातें
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के एमजीएम अस्पताल को सुधारने के प्रयास के तहत शनिवार को उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने कई विभागों का मुआयना कर व्यवस्था देखी।...
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के एमजीएम अस्पताल को सुधारने के प्रयास के तहत शनिवार को उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने कई विभागों का मुआयना कर व्यवस्था देखी। उपायुक्त ने कहा कि एमजीएम की अधिकांश समस्याओं को 15 से 20 दिनों में दूर कर दिया जाएगा। इससे पहले शनिवार शाम एमजीएम पहुंचे उपायुक्त ने सबसे पहले अधीक्षक डॉ. संजय कुमार, उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने विभागाध्यक्षों से समस्याओं की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने शिशु रोग व स्त्री रोग विभाग का मुआयना किया। उपायुक्त ने शिशु वार्ड में कहा कि नीकू-पीकू के लिए जाने वाला रास्ता बेहद संकरा है, इसमें एक स्ट्रेचर तक ले जाना मुश्किल है। उन्होंने नए नीकू-पीकू वार्ड के बारे में पूछा तो अधीक्षक ने बताया कि लगभग काम पूरा हो गया है, केवल सेंट्रल ऑक्सीजन और कुछ उपकरणों की कमी है, जिसे जल्द पूरा कर शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में उपायुक्त ने बेड की कमी पाई। ऑर्थो और सर्जरी वार्ड में भी खामियां दिखीं। उन्होंने इमरजेंसी का निरीक्षण किया और यहां भी मरीजों की तुलना में बेड का अभाव पाया। उन्होंने अस्पताल की निर्माण योजनाओं की समीक्षा भी की। निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने कहा कि 11 जनवरी को स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने निरीक्षण कर कई निर्देश दिये थे। उनके आलोक में यह रूटीन निरीक्षण है। वहीं, जर्जर हो चुके बेड को बदलने या मरम्मत के लिए भी आदेश जारी कर दिया गया है। अस्पताल की मूलभूत समस्याओं को 15 से 20 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।