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अलविदा 2019 : सुस्त सुरक्षा और सुविधाओं की कमी से हलकान रहे

रेलवे की सुस्त चाल के लिए 2019 याद रहेगा। सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी रेलवे ने इस वर्ष निराश ही किया। प्लेटफॉर्म पर मां के पास सो रही मासूम बच्ची की चोरी ने टाटानगर स्टेशन की सुरक्षा...

अलविदा 2019 : सुस्त सुरक्षा और सुविधाओं की कमी से हलकान रहे
हिन्दुस्तान टीम,जमशेदपुरSat, 21 Dec 2019 10:56 PM
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रेलवे की सुस्त चाल के लिए 2019 याद रहेगा। सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी रेलवे ने इस वर्ष निराश ही किया। प्लेटफॉर्म पर मां के पास सो रही मासूम बच्ची की चोरी ने टाटानगर स्टेशन की सुरक्षा तार-तार कर दी। प्लेटफॉर्म को बर्मामाइंस सेकेंड गेट से नहीं जोड़ा जाना, सात जून को चक्रधरपुर की पैसेंजर ट्रेन को बंद कर दिया जाना जैसे कई काम हैं। कहने के लिए विभागीय अधिकारी कई उपलब्धियां भले ही गिना दें पर यह वर्ष यात्री सुविधाओं के लिहाज से कुछ खास नहीं रहा। लापरवाही से हुईं कई दुर्घटनाएं : टाटानगर स्टेशन व यार्ड में रेलकर्मियों की लापरवाही के कारण दुर्घटनाएं भी हुईं। 27 जून को छपरा-कटिहार एक्सप्रेस के मिल्क वैन शंटिंग के दौरान वाशिंग लाइन में बफर से टकराया। यार्ड में मालगाड़ी का गेट खुला रहने से मास्ट टूट गया। बादामपहाड़ लाइन पर डंपर ट्रेन की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हुआ था। इसके अलावा वाहनों ने जुगसलाई, लोको क्रॉसिंग एवं सलगाझुड़ी के पास कई बार रेलवे बैरियर को क्षतिग्रस्त किया। ट्रेनों में एक्सेल व ब्रेक बाइंडिंग के कारण यात्रियों में अफरा-तफरी मची।ट्रेन से मिला अफीम : अमृतसर जा रही ट्रेन से आरपीएफ क्राइम ब्रांच के जवानों ने एक महिला के पास से अफीम बरामद की थी, जिसे पुरुलिया में ट्रेन से उतारकर पश्चिम बंगाल की जेल में भेजा। पटना की ट्रेन से नोट मिलने की अफवाह पर आरपीएफ और जीआरपी परेशान रही। कई रेलकर्मी जांच में फंसे : दक्षिण पूर्व जोन की विजिलेंस टीम ने गुप्त सूचना पर आदित्यपुर स्टेशन पर महिला रेलकर्मियों को आरक्षित टिकट के साथ पकड़ा। टाटानगर व राउरकेला में कई बुकिंग क्लर्क व टिकट निरीक्षक विजिलेंस की जांच में फंसे हैं। सुरक्षा से खिलवाड़ : टाटानगर रेलवे स्टेशन सुरक्षा में लापरवाही को लेकर भी चर्चा में रहा। यात्रियों के सामानों की जांच नहीं होना भी बड़ा मुद्दा बना। एक निजी सुरक्षा गार्ड की पिस्तौल मिलने और यात्रियों के बैग से शराब बरामद होने से रेलवे सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए। किरकिरी होने के बाद स्टेशन पर स्कैनर लगा। प्लेटफॉर्म पर अपनी मां के साथ सो रही बच्ची के चोरी होने के बाद सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाये जाने की जरूरत महसूस हुई तो इसे 48 से 92 तक किया जा रहा है। रेल थाना में भी स्टेशन पर नजर रखने के लिए एलईडी लगाया गया है। टिकट दलालों का बोलबाला : टिकटों की कालाबाजारी ने भी खूब चर्चा बटोरी। रेलवे और ई-टिकट की कालाबाजारी के लिए यह साल चर्चित रहा। विभिन्न क्षेत्रों और स्टेशन काउंटर से ई-टिकट के 17 व रेलवे टिकट की कालाबाजारी में चार लोग गिरफ्तार हुए और जब्त संसाधन से लाखों रुपये का टिकट फर्जी आईडी से बनाने की पुष्टि हुई। ब्लॉक से परेशान रहे यात्री : चक्रधरपुर रेल मंडल के यात्री पूरे वर्ष लाइन ब्लॉक से परेशान हुए। एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन कई बार रद्द हुई। एक्सप्रेस ट्रेनों को पैसेंजर बनाया गया। वहीं पैसेंजर ट्रेनों की दूरी कम की गई। मालगाड़ी से ढुलाई बढ़ाने के लिए कई बार ट्रेनें रद्द हुई हैं।

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