जोहार हाट में 1500 लोगों ने की भागीदारी
टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर से कदमा के प्रकृति विहार में 14 जनवरी से आयोजित जोहार हाट का शुक्रवार को समापन हो...

टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर से कदमा के प्रकृति विहार में 14 जनवरी से आयोजित जोहार हाट का शुक्रवार को समापन हो गया। प्रदर्शनी की अवधारणा पूरे भारत में जनजातियों की कला, शिल्प, व्यंजन और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए एक समर्पित स्थान के रूप में की गई थी। प्रदर्शनी में 6 राज्यों के 21 लोगों ने भाग लिया जो 6 विभिन्न जनजातियों का प्रतिनिधित्व करते थे।
जोहार हाट में जमशेदपुर और उसके आसपास से 1500 से अधिक लोगों ने भागीदारी दिखाई। सप्ताह भर हाट में कई कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रमों में बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता, शगुन महिला समिति की माया सोरेन द्वारा आदिवासी व्यंजनों पर कार्यशाला, माइनो और पोमा मुर्मू द्वारा लाख चूड़ियों पर कार्यशाला का संचालन, मेचो जामुदा द्वारा सौरा टैटू कार्यशाला का आयोजन और एक फोटोग्राफी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जोहार हाट के पहले संस्करण में डोकरा कलाकृति, सोहराई पेंटिंग्स, संथाल कपड़े, वारली जैविक उत्पाद, सबाई घास के उत्पाद, सौरा कलाकृति, जनजातीय फैशन आभूषण और जनजातीय व्यंजन प्रस्तुत किए गए थे। हाट का समापन सभी प्रतिभागियों का सम्मान और एक आदिवासी संगीत की प्रस्तुति के साथ हुआ। जोहार हाट का अगला संस्करण 14-20 फरवरी, 2023 तक आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है।
