नो एंट्री में घुसा,पुलिस कर रही थी पीछा, टाटानगगर में दंपती की जान लेने वाले ट्रक की कहानी पता चल गई
- टाटानगर स्टेशन-परसूडीह रोड पर शनिवार रात जिस डंपर से दंपती की मौत हुई, वह नो इंट्री में घुसा था। डंपर का जुगसलाई से ही पीसीआर वैन पीछा कर रही थी।

टाटानगर स्टेशन-परसूडीह रोड पर शनिवार रात जिस डंपर से दंपती की मौत हुई, वह नो इंट्री में घुसा था। डंपर का जुगसलाई से ही पीसीआर वैन पीछा कर रही थी। डंपर 22 साल का युवक चला रहा था। रात आठ बजे स्टेशन-परसूडीह रोड में काफी भीड़ थी।वह पुलिस से बचने के लिए तेज रफ्तार में डंपर को भगा रहा था। दंपती को रौंदने के बाद डंपर चालक गाड़ी लेकर फरार हो जाता, लेकिन घटनास्थल से 50 मीटर दूर स्थित एक पड़े में डम्पर का हाइड्रोलिक फंस गया। उसके फंसते ही डंपर रुका तो लोगों ने दौड़कर चालक को पकड़ लिया। उसकी जमकर पिटाई कर दी। तब तक मौके पर पुलिस पहुंची। उसने चालक को अपने कब्जे में लिया और उसे थाना भेजा।
हादसे के बाद पहले लोगों ने परसूडीह स्टेशन रोड को जाम कर दिया। वाहनों का आवागमन महुआ गली रोड से हो रहा था। रात करीब 10 बजे भीड़ ने महुआ गली को भी जाम कर दिया। साढ़े चार घंटे तक हंगामा होता रहा। इस दौरान कुछ लेाग निकलकर स्टेशन की तरफ बढ़ने लगे तो वहां पहले से मौजूद ही क्यूआरटी ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद भीड़ नारेबाजी करते जामस्थल पर आ गई।
जेम्को में भी पिता-पुत्री की मौत के बाद हुआ था हंगामा
लोगों का कहना था कि ट्रैफिक पुलिस महुआ गली के पास जांच करती है। आमलोगों को परेशान करती है। पहले डंपर को रोक लिया जाता तो पीसीआर को उसका पीछा करने की जरूरत नहीं पड़ती। इससे पहले जेम्को में पिता-पुत्री को डंपर ने रौंदा दिया था। घटना को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि यह हादसा हो गया।
10 साल पहले बेटे की भी दुर्घटना में हो गई थी मौत
प्रमथनगर की वार्ड मेंबर सरिता सरकार ने बताया कि 10 साल पहले देवाशीष सरकार की कार गोलमुरी में दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, जिसमें उनके बेटे ऋषि सरकार (11) की मौत हो गई थी। इसमें देवाशीष और उनकी पत्नी भी घायल हो गए थे। एक हफ्ते तक उनका टीएमएच में इलाज चला था। आम तौर पर यह परिवार कार से ही आना-जाना करता था। काफी दिनों के बाद वे बाइक से निकले थे।
भीड़ के आक्रोश को देख वार्ता छोड़ लौटे अधिकारी
बाइक सवार पति-पत्नी ने हेलमेट पहन रखा था। पति का सिर हेलमेट के अंदर ही कुचल गया। पत्नी का हेलमेट गिर गया था। जाम के दौरान पहुंचे डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर तौकीर आलम घटनास्थल के निकट ही यंग ब्वॉयज क्लब के कार्यालय में समाजसेवी मानिक मलिक से वार्ता कर रहे थे कि बाहर भीड़ भड़क गई। भीड़ ने क्लब में घुसने का प्रयास किया, लेकिन कुछलोगों ने रोक लिया। यह देख डीएसपी और सीओ को वार्ता छोड़कर लौटना पड़ा।