
जमशेदपुर में गरजा बुलडोजर, जमींदोज कर दिए गए सरकरी जमीन पर बने घर
संक्षेप: झारखंड के जमशेदपुर में जमकर बुलडोजर गरजा। यहां के हुरलुंग मौजा में सरकारी जमीन पर बन रहे तीन तल्ला बिल्डिंग को प्रशासन ने शुक्रवार को ढहा दिया। इसकी लागत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई जाती है।
झारखंड के जमशेदपुर में जमकर बुलडोजर गरजा। अंचल के हुरलुंग मौजा में सरकारी जमीन पर बन रहे तीन तल्ला बिल्डिंग को प्रशासन ने शुक्रवार को ढहा दिया। इसकी लागत एक करोड़ रुपए से अधिक बताई जाती है। इससे पूर्व इस भवन को ढहाने के लिए झारखंड लोक भूमि अतिक्रमण वाद का केस जमशेदपुर अंचलाधिकारी की कोर्ट में चलाया गया। फिर इसे तोड़ने का आदेश पारित कर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
इस मौके पर मजिस्ट्रेट के रूप में जमशेदपुर अक्षेस के सिटी मैनेजर जितेन्द्र कुमार, सीआई बलवंत सिंह, अमीन और राजस्व कर्मचारी आदि मौजूद थे। साथ ही बिरसानगर थाने की पुलिस भी वहां तैनात थी। दो जेसीबी की मदद से बिल्डिंग के निचले हिस्से को काफी क्षति पहुंचाई गई है। हालांकि अभी भी भवन गिरा नहीं है।
हुरलुंग मौजा में खाता नंबर 426, प्लॉट नंबर 1354, रकवा 7.60 डिसमिल जमीन पर सुरेन्द्र प्रसाद नामक व्यक्ति ने कब्जा कर रखा था। उसने एक संस्था बनाई थी जिसका नाम रंजना रिंज रखा था। इसी जमीन पर वह भवन का निर्माण करवा रहा था। इस मामले की सूचना आरोपी के पुत्र शैलेश कुमार ने अंचलाधिकारी को दी थी। इसके आलोक में अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने मामले की जांच कराई और आरोप सही मिलने पर जेपीएलई का केस दायर किया।
इस मामले में शैलेश कुमार को ही प्रतिवादी बनाया गया। चूंकि आरोपी जमीन का कोई कागजात दिखाने में विफल रहे, इसलिए एकतरफा आदेश पारित किया गया। गत 16 सितंबर को ही इस भवन को तोड़ने का आदेश पारित किया गया था। चर्चा है कि इस मामले में पिता-पुत्र में ही विवाद हो गया था। इसकी वजह से बात अंचल कार्यालय तक पहुंच गई और भवन को तोड़ने की नौबत आ गई।





