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घनी आबादी वाले गांवों की स्थिति, पांच गांव पाच रिपोर्टर

शहर से छह किलोमीटर दूर कटकमदाग प्रखंड का खपरियांवा गांव अपनी आजादी पर लगी पाबंदियों से जूझ रहा है। चौबीसों घंटे कोयला लदे वाहनों से दौड़ने वाला हजारीबाग बड़कागांव सड़क आज वीरान पड़ा है। छिटपुट कभी...

घनी आबादी वाले गांवों की स्थिति, पांच गांव पाच रिपोर्टर
हिन्दुस्तान टीम,हजारीबागMon, 30 Mar 2020 12:18 AM
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शहर से छह किलोमीटर दूर कटकमदाग प्रखंड का खपरियांवा गांव अपनी आजादी पर लगी पाबंदियों से जूझ रहा है। चौबीसों घंटे कोयला लदे वाहनों से दौड़ने वाला हजारीबाग बड़कागांव सड़क आज वीरान पड़ा है। छिटपुट कभी कभार साइकिल व पैदल लोग आते जाते दिखते हैं। सालों भर श्रद्धालुओं से गुलजार रहने वाला प्रसिद्ध नरसिंह मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद हो चुका है। कोरोना वायरस के खतरे को लेकर गांव वाले बेहद सतर्क हैं। गांव के पोषण एवं स्वच्छता समिति ने 24 मार्च को ढोल बाजा के साथ रैली निकाल गांव वाले को जो जागरूक किया था, इसका असर दिख रहा है। लॉकडाउन का पालन करते सभी परिवार एक दूसरे से दूरी बनाकर रह रहे हैं। गांव वाले बताते हैं कि कुछ लड़के कोरोना वायरस के खतरे से अभी भी अनजान बनकर क्रिकेट ओर ताश खेल लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं। इससे गांव वालों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। गांव में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा खुल रही है। पोषण एवं स्वच्छता समिति के अध्यक्ष नरसिंह मिश्रा ने कहा कि गांव में ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध नहीं होने के कारण इसका छिड़काव नहीं हो पाया है। गांव में सामूहिक रूप से रामनवमी पूजा स्थगित कर दी गई है। लॉकडाउन किए जाने के बाद गांव में 14 लोग दूसरे राज्यों से गांव लौट आए हैं। इसमें से एक रिम्स से फरार हो गया है। पी 1- नरसिंह मंदिर में लगा तालापी 2- नकटी महामाया मंदिर में चंडी पाठ करते पंडित जीदिन रात सड़कों पर छाई रहती है वीरानीकटकमसांडी प्रतिनिधिकोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सरकार द्वारा पूरे देश स्तर पर किए गए लॉकडॉउन का प्रभाव से दिन और रात सड़कों पर वीरानी छाई रहती है। जबकि थोड़ा बहुत सुबह-शाम लोगों को सड़कों पर आना जाना करते देखे जाते हैं। कटकमदाग प्रखंड के कदमा, नावाडीह, पसई और कटकमसांडी प्रखंड के कंडसार, पबरा, बलियंद आदि गांव में लोग दिन-रात घरों में दुबके रहते हैं, जबकि कुछ लोग सुबह शाम सड़कों पर नजर आते हैं। लॉकडाउन को लेकर कई निकाह भी टले, पूजा पंडालों में सन्नाटाबड़कागांव।प्रतिनिधिबड़कागांव में लॉक डाउन को लेकर लोगों में बेबसी भी है परेशानी भी। कुछ घरों में कैद हैं तो कुछ सबकुछ नजरअंदाज कर बाहर निकल रहे हैं। प्रखंड के सभी पूजा पंडालों में सन्नाटा पसरा हुआ है। मंदिरों में मात्र पुजारी और पुरोहित व एक से दो लोग ही पूजा को संपन्न कराने में लगे हैं। वहीं प्रखंड के करीब 20 मुस्लिम परिवार के लोगों के यहां मार्च एवं अप्रैल माह में निकहा होना था, परंतु हालात को गंभीरता से लेते हुए लोगों ने अपनी जागरूकता दिखलाई और शादी को अगले तारीख तक टाल दिया। सिरमा पंचायत के पूर्व मुखिया मो अताउल्लाह की बेटी और चौपदार बलिया पंचायत की उपमुखिया सम्मा आरा की बेटी कि शादी 13 अप्रैल, बादम गढ़वा निवासी मो रियाज, मो सोहेल की शादी 28 मार्च, मो अकमल, मो जीसान की शादी 29 मार्च को होनी थी। सारी तैयारियां कर ली गई है फिर भी कोरोना वायऱस व लॉकडाउन को देखते हुए शादी कैंशिंल कर दी। बरही में लोगों की परेशानी कम करने में जुटा युवा समाजबरही प्रतिनिधि। कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉकडाउन में रोज कमाने खाने वालों, दिव्यांगों और असहायों का ख्याल संवेदनशील समाज रख रहा है। कोई गरीब भूखा न सोए, किसी को अनाज पानी की दिक्कत नहीं हो विषम परिस्थिति में भी सेवा भावना रखने वाले बरसोत के राकेश रजक, भारती नर्सिंग होम करियातपुर के एके वर्मा,गुड्डू खान,झमन साव, फिरदौस खान ने मिलकर बरसोत के रजवार मुहल्ला,रविदास टोला, भुंइया टोली में जाकर जरूरतमन्दों के बीच अनाज का वितरण किया। इसके साथ ही हैंडवाश और आयुर्वेदिक तकनीक कपूर,फिटकिरी,तुलसी पत्ता,नीम पत्ता से निर्मित सेनिटाइजर भेंट की। फोटो बरही3पी2.. असहायों की सहायता करते बरसोत पंचायत के युवा।कोयलांचल में लॉक डाउन में उद्दंड लोग बने समाज के दुश्मनचरही एक प्रतिनिधिकोयलांचल में लॉक डाउन का कुछ इलाकों में अनुपालन हो रहा है पर ज्यादातर इलाकों में लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। क्षेत्र में धारा 144 लागू है। स्थानीय पुलिस प्रशासन दिन रात गश्ती करती है लोगों को बाहर नहीं निकलने का दिशा निर्देश जारी करती है। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ उद्दंड किस्म के लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। अपराह्न 3:00 बजे दिन में प्रतिदिन 7- 8 की संखया में घर से बाहर निकल कर अड्डे बाजी करते हैं। ऐसे लोगों की बैठक बस्ती, सड़क किनारे, सरकारी फार्म हाउस, विरसा फुटबॉल मैदान और कई सार्वजनिक स्थल में होते हैं। पुलिस को देख तितर-बितर हो तो जाते हैं। लेकिन पुलिस को जाने के बाद पुनः अड्डे बाजी शुरू हो जाती है जो शाम 6:00 बजे तक चलता रहती है।

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