Hindi Newsझारखंड न्यूज़हजारीबागRaksha Bandhan 2023 Traditional Patriotic Rakhis Dominate Market with Over 100 Crore Business Expected

सजने लगे राखी बाजार भाई की कलाई पर सजेगी भगवान के चित्र के राखियां 

हजारीबाग। रक्षाबंधन 19 अगस्त को है और महिलाएं राखी की खरीदारी में जुट गई हैं। भगवान के चित्र वाली राखी और देशभक्ति दिखाने वाली राखियों की मांग बढ़ी है। इस बार 100 करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार की...

सजने लगे राखी बाजार भाई की कलाई पर सजेगी भगवान के चित्र के राखियां 
Newswrap हिन्दुस्तान, हजारीबागSat, 10 Aug 2024 08:18 PM
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हजारीबाग । भाई बहन के पवित्र रिश्ता का पवन पर रक्षाबंधन 19 अगस्त को है। सावन पूर्णिमा में नौ दिन बाकी है। उस दिन दोपहर 1.48 से लेकर शाम चार बजे तक राखी बांधा जाएगा लेकिन इस पर्व को लेकर महिलाएं अभी से ही उत्साहित नजर आ रही हैं। महिलाएं राखी की खरीदारी में जुट गई है इसलिए ग्रामीण हाट बाजार से लेकर जिला मुख्यालय तक राखी की बिक्री शुरू हो गई है।शहर से लेकर सुदूरवर्ती क्षेत्र में रहने वाली महिलाएं डाक और कुरियर के माध्यम से राखी भेज रही है। इसलिए प्रधान डाकघर में रजिस्ट्री के लिए लोगों की भीड़ लगने लगी है। गोला बाजार में थोक विक्रेताओं के पास से राखी की खरीदारी शुरू हो गई है। खुदरा व्यापारी खरीद कर ले जा रहे हैं। रक्षा बंधन का खास बनाने इस बार भगवान के चित्र और कमल छाप राखी मार्केट में पहुंच गई है। इस बार भाइयों की कलाइयों पर भगवान की प्रतिमा वाली राखी सजेगी। जिसे खुदरा विक्रेता ले जा रहे हैं। बच्चों के लिए टॉयज राखी, सुपर हीरो करैक्टर, म्यूजिकल कार्टून, मैग्नेटिक वाले,टेडी वियर, डोरेमोन, छोटा भीम जैसे करेक्टर वाली राखी की मांग कम हो रही है। अब लोग बाल गणेश, लड्डू गोपाल, श्री कृष्णा, भगवान शिव के चित्र का राखी की मांग कर रहे हैं।

देश के प्रति गौरव प्रदर्शित करने वाले राखियों की बढी मांग

इस बार बाजार में एक नया ट्रेंड देख रहा है। ज्यादातर लड़कियां देश के प्रति गौरव प्रदर्शित करने वाले राखियों की मांग कर रही हैं। चंद्रयान और जी 20 राखी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। लोग तिरंगा राखी, विक्रम रोवर राखी, चंद्रयान रॉकेट राखी की मांग कर रहे हैं। यही नहीं जी-20 और भारत माता तथा वसुदेव कुटुंबकम जैसे राखी खूब बिक रहे हैं।

50 सौ करोड़ रुपए से अधिक कारोबार की उम्मीद

रक्षाबंधन में औसतन मध्यमवर्गीय परिवार के घर में दो से ढाई हजार तक खर्च होते हैं। शहर में लगभग 50 हजार से अधिक परिवार है। इस हिसाब से देखें तो शहर में ही 50 करोड़ से अधिक का कारोबार होने की संभावना है। अगर जिले के 16 प्रखंड और 18 लाख आबादी को जोड़ दे, तो 100 करोड रुपए से अधिक का कारोबार चला जाएगा।इसमें राखी, मिठाई, गिफ्ट आइटम,दूध, खाद्य सामग्री और सब्जी और बल के कारोबार शामिल है। हालांकि अभी बाजार में पूर्ण रूप से बिक्री शुरू नहीं हुई है। लेकिन आने वाले दिनों में राखियों की बिक्री बढ़ने के साथ अच्छे कारोबार की उम्मीद है। व्यापारियों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में दाम में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आया है। जितना पिछले साल दाम था। उसी दाम पर इस बार भी राखी बिक रहे हैं। बाजार में 150 वैरायटी से अधिक के राखी उपलब्ध हैं। जिसकी कीमत 10 रुपए से लेकर पांच सौ रुपए तक है।

ऑनलाइन बिक्री के कारण डिमांड कम

कई दुकानदारों ने बताया कि ऑनलाइन बिक्री के कारण बाजार में डिमांड कम है। नहीं तो अभी तक बाजार में और बिक्री में तेजी आ गई होती। कई कई ग्राहक कैसे आते हैं जो देखकर जाते हैं और बाद में ऑनलाइन खरीद लेते हैं।

हैंडमेड रेशमी और सुती राखियो को लोग कर रहे हैं पसंद

अब कई लोग हैंड मेड रेशमी और सुती धागों से बने राखी को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। जैसे रेशमी धागों से बने स्टोन राखी, डोली राखी मेटल, चंदन रुद्राक्ष या अन्य वैरायटी के राखी की काफी मांग है। मौली धागा से बंधे राखी की भी लोग मांग करते हैं।

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