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सीसीएल प्रबंधक, रैयत विस्थापित मोर्चा के बीच हुई सकारात्मक वार्ता

सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय चरही के सभागार में शुक्रवार को सीसीएल प्रबंधन और रैयत विस्थापित मोर्चा फुसरी इकाई के विस्थापितों के बीच बैठक हुई। इसमें महाप्रबंधक एच दतार, रैयत...

सीसीएल प्रबंधक, रैयत विस्थापित मोर्चा के बीच हुई सकारात्मक वार्ता
हिन्दुस्तान टीम,हजारीबागFri, 18 Oct 2019 11:13 PM
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विस्थापित रैयत नौकरी के लिए आवेदन करें प्रबंधन करेगा त्वरित कार्रवाई: महाप्रबंधक हजारीबाग/हिन्दुस्तान प्रतिनिधि सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र के महाप्रबंधक कार्यालय चरही के सभागार में शुक्रवार को सीसीएल प्रबंधन और रैयत विस्थापित मोर्चा फुसरी इकाई के विस्थापितों के बीच बैठक हुई। इसमें महाप्रबंधक एच दतार, रैयत विस्थापित मोर्चा के अध्यक्ष रामकिशोर मुर्मू ,सचिव मन्नू टुडू , जिला परिषद सदस्य, संजय मुर्मू, अग्नेशिया सांडी पूर्ति , अमरेंद्र गुप्ता शामिल हुए। इसमें सीसीएल प्रबंधन के समक्ष पूर्व में रैविमो फुसरी द्वारा दिए गए 12 सूत्री मागों को रखा गया। जिसमें कई सभी बिंदुओं पर सकारात्मक वार्ता हुई। .सीसीएल महाप्रबंधक एच दतार ने कहा कि सीसीएल जहां काम कर रहा है और जिस भूमि को प्रबंधन अधग्रिहण की है। रैयत उस जमीन के विस्थापित रैयत नौकरी के लिए आवेदन दे प्रबंधन की ओर से आवश्यक करवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि तापीन साउथ परियोजना में जैसे ही सीटीओ मिलेगी, रोड सेल को चालू किया जाएगा। तापीन साउथ परियोजना में विस्थापतों के प्रभावित परिवार को प्राथमिकता दी जाएगी। रैविमो फुसरी इकाई के सचिव मन्नू टुडू ने कहा कि जब तक सीसीएल प्रबंधन के द्वारा हमारी मांगों पर साकारात्मक पहल करते हुए विस्थापित के प्रभावितों को हक़ अधिकार नहीं देती है, तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा। अध्यक्ष रामकिशोर मुर्मू ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन रैयतों को नौकरी व प्रभावितों को रोजगार उपलब्ध करायें।

क्या है रैयत विस्थापित मोर्चा की मुख्य मांगे:

सीसीएल प्रबंधक ने कोल बेरिंग एक्ट के तहत 1983 में ग्राम फुसरी तथा आंशिक रूप से ग्राम बहेरा की जमीन अधिग्रहण किया गया है। इसके एवज में वर्तमान नीति के अनुसार सारे अधिग्रहित जमीन के बदले एक मुस्त नौकरी दिया जाय, वर्तमान भूमि दर से 4 गुणा राशि मुआवजा दिया जाय, परियोजना स्तरीय आर आर कमेटी शीघ्र गठन किया जाय, सीएसआर के फंड की उपयोगिता के नर्णिय में विस्थापित प्रतिनिधि को निर्णायक समिति का सदस्य बनाया जाए, आउट सोर्सिंग के कार्य तथा परियोजना के कार्य मे चल रहे ट्रांसपोर्टिंग के कार्य मे पेट्टी कॉन्ट्रैक्ट का काम दिया जाय तथा उक्त दोनों काम में ग्रामीण को शत प्रतिशत रोजगार से जोड़ा जाए, रैयतों द्वारा मुआवजा के लिए किए गए आवेदन पर त्वरित करते हुए नौकरी एवं मुआवजा शीघ्र दिया जाय। विस्थापित परिवारों का पुनर्वास एक जगह जमीन देकर तथा पक्का मकान बनाकर सारे मौलिक सुविधाओं के साथ किया जाय, सीएनटी एसपीटी एक्ट के पालन करते हुए अर्जित भूमि क्षेत्र के बराबर भूमि के बदले भूमि दिया जाय, सभी विस्थापितों को विस्थापन प्रमाण पत्र जगह जगह कैम्प लगाकर बनाया जाय। सहित 12 मांगे शामिल है।

बैठक में रैयत विस्थापित मोर्चा राजेश हंसदा, अशोक उरांव, जेठूवा मांझी ,लखीराम मांझी, बासदेव महतो, राजेन्द्र महतो, धनेश्वर हंसदा, मो. आशिक , डॉ मुबारक, गुलाम रवानी , बढ़ो मांझी, सुरेश मुर्मू , अनिल हेम्ब्रोम , लालो मांझी , राजकुमार मुर्मू , शिव शंकर टुडू , अजय हेम्ब्रोम , जीवलाल मुर्मू , मनोज टुडु , कारीनाथ महतो, जबकि प्रशासन की ओर से चरही के थाना प्रभारी जलधर तिग्गा,सीसीएल प्रबंधन की ओर परियोजना पदाधिकारी तापिन साउथ, खान अधीक्षक, स्टाफ अधिकारी कार्मिक चरही समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।

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