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हाथी के हमले में मारे गए पुरन को अब तक नहीं मिला मुआवजा

बेतला वनक्षेत्र के कुचिला के पास पिछले साल हाथी के हमले में मारे गए पुरन सिंह को वन विभाग की लापरवाही के कारण अब तक मुआवजा नहीं मिला हैं। मुआवजा...

हाथी के हमले में मारे गए पुरन को अब तक नहीं मिला मुआवजा
हिन्दुस्तान टीम,लातेहारMon, 21 Aug 2023 06:20 PM
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छिपादोहर, प्रतिनिधि। बेतला वनक्षेत्र के कुचिला के पास पिछले साल हाथी के हमले में मारे गए पुरन सिंह को वन विभाग की लापरवाही के कारण अब तक मुआवजा नहीं मिला हैं। मुआवजा नहीं मिलने से मृतक के परिजनों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। मालूम हो कि मृतक के चार बच्चे हैं। जिनके समक्ष भुखमरी की स्तिथि उत्पन्न हो गई है। मृतक के पिता जंगी सिंह ने बताया कि पिछले साल 15 सितंबर को पुरन रिश्तेदार के घर कुचिला जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में ही उसे जंगली हाथी ने पटक कर मार डाला था। उस वक़्त जीप सदस्य कन्हाई सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर के मुआवजा की मांग की थी।

तत्काल विभाग ने मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपया दिया था। प्रावधान के अनुरूप बाकि राशि बाद में देने का वादा तत्कालीन रेंजर प्रेम प्रसाद ने किया था। परन्तु अब तक परिजनों को एक रुपया भी नसीब नहीं हो सका। इधर रविवार को जंगली हाथी ने पुनः गाड़ी गांव की विधवा महिला मनोरमा कुंवर को गांव के नजदीक के जंगल में हमला कर मार दिया। जिसपर ग्रामीण उबल पड़े और जीप सदस्य कन्हाई सिंह,सांसद प्रतीनिधि कन्हाई प्रसाद के नेतृत्व में गारू बेतला मार्ग को शव के साथ जाम कर दिया था। हालांकि पुलिस और वन विभाग ने शव को पहले मृतक के घर भेज दिया था। परन्तु ग्रमीणों ने शव को पुनः लाकर शव के साथ सड़क को जाम कर दिया था। वन विभाग के रेंजर शंकर पासवान जब जामस्थल पर पहुंचकर बोले कि प्रावधान के अनुसार मृतक के परिजनों को मुआवजा मिलेगा तो जीप सदस्य और ग्रामीण और उग्र हो गए और कहने लगे कि पिछले साल हाथी के हमले मे मारे गए पूरन को अब तक मुआवजा नहीं मिला तो हमलोग कैसे विश्वास करें कि इसे भी मुआवजा मिल जाएगा।

जिसके बाद सड़क जाम हटवाने आये बीडीओ राकेश सहाय और रेंजर शंकर पासवान ने मृतक पूरन के लंबित मुआवजे को जल्द दिलवाने का आश्वासन दिया। इधर जीप सदस्य ने बताया कि पूरन के अलावे पिछले ही साल छेंचा में भी तेंदुवा ने हमला कर मुस्ताक खान को मार डाला था। उसे भी अबतक कोई मुआवजा नहीं मिला और अब विधवा महिला को हाथी ने मार डाला। उन्होंने वन विभाग को खुले शब्दो में कहा है कि सभी मृतकों के परिजनों को अगर वन विभाग एक महीने के अंदर मुआवजा राशि नहीं देती है तो वे चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य हो जाएंगे।

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