शहर के मालवीय मार्ग में लक्ष्मी मार्केट में लगी भीषण आग
हजारीबाग के लक्ष्मी मार्केट में मंगलवार रात को भीषण आग लग गई। आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया और 35 से 40 लाख रुपए का नुकसान हुआ। फायर ब्रिगेड ने सात मिनट में पहुंचकर तीन घंटे की मेहनत से आग पर काबू...

हजारीबाग, हमारे प्रतिनिधि। शहर के बीचो-बीच मालवीय मार्ग कॉलटैक्स पैट्रोल पंप से सटे लक्ष्मी मार्केट में मंगलवार की रात भीषण आग लग गई। चंद मिनट में आग ने विकराल रूप धारण कर दिया। आसपास में भगदड़ की स्थिति बन गई। लेकिन इसकी सूचना मिलते ही सात मिनट के अंदर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई। फिर फायर ब्रिगेड की टीम को तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तब आग पर काबू पाया जा सका। इसके बाद मालवीय मार्ग के लोगो को चैन और सुकून मिला। तब तक 35 से 40 लाख रुपए के कपड़ा फर्नीचर व अन्य सामान जलकर राख हो चुके थे। लक्ष्मी मार्केट स्थित विशाल गारमेंट्स दुकान में कुछ भी नहीं बचा था। सब कुछ जल कर राख हो चुका था। यहां तक की दीवारो का रंग पेंट का अस्तित्व धुएं से पता चल नहीं पा रहा था। आग की गर्माहट से कई जगह दीवारें दरक गई थी। फायर स्टेशन अधिकारी हजारीबाग शैलेंद्र किशोर ने बताया कि मंगलवार की रात 9:40 बजे उन्हें मालवीय मार्ग स्थित लक्ष्मी मार्केट में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलने के सात मिनट के अंदर वह फायर ब्रिगेड टीम का नेतृत्व करते एक दमकल गाड़ी लेकर 9.47 बजे घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ लीडिंग फायरमैन गौतम कुमार, फायरमैन बुधनाथ उरांव, प्रकाश यादव और रविंद्र नोनिया थे। तब तक आग भयावह रूप ले चुका था।
उन्होंने देखा कि बगल में पेट्रोल पंप भी है और बड़े-बड़े माल शोरूम भी बने हैं। उनकी पहली प्राथमिकता थी कि आग आगे नहीं फैले। नहीं तो बगल में पेट्रोल पंप के कारण शहर में बड़ा खतरा मंडरा रहा था। फिर उन्हे उस बिल्डिंग के ऊपरी तल्ले पर धनबाद गिरिडीह बोकारो जिले के कई लड़कियों के फंसे रहने की जानकारी मिली। लेकिन आग लगने के कारण मुख्य दरवाजा से निकलना असंभव था। ऐसे में फायर ब्रिगेड की टीम ने एक तरफ आग को बुझाने का काम शुरू किया वहीं दूसरी तरफ पीछे की गलियों से रेस्क्यू कर पहले आग में फंसे उन लड़कियों को दूसरे और तीसरे मंजिल से सुरक्षित निकाला। फिर दूसरा दमकल वाहन भी घटनास्थल पर मंगाया गया। स्थानीय लोगों ने भी आग पर काबू पाने में काफी मदद की। बगल में एमआर मार्ट प्रतिष्ठान में काफी मात्रा में पानी उपलब्ध था। उससे दमकल वाहन को पानी सीधे सप्लाई की जा रही थी। इस कारण तीन घंटे में प्रभावी रूप से आग पर काबू पा लिया गया। इस संबंध में विशाल कुमार और पंकज कुमार ने आवेदन देकर 35 से 40 लाख रुपया के नुकसान की बात कही है। सदर थाना पुलिस ने भी इस दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने में काफी सहयोग किया।
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