एसडीओ की पत्नी की मौत मामले में चौथे दिन भी जारी रही जांच
हजारीबाग सदर एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनीता देवी की रहस्यमय मौत के मामले में चौथे दिन भी जांच जारी है। पुलिस ने अभी तक कोई सफलता नहीं पाई है। अनीता की मौत के बाद हजारीबाग में बवाल मचा हुआ है। विभिन्न...

हजारीबाग, हमारे प्रतिनिधि। हजारीबाग सदर एसडीओ अशोक कुमार के सरकारी आवास पर पत्नीअनीता देवी की मौत के मामले में चौथे दिन भी जांच जारी है। पुलिस ने अभी तक कोई उल्लेखनीय सफलता हासिल नहीं की है। अनीता देवी की मौत के बाद हजारीबाग और चतरा से लेकर राजधानी रांची तक जमकर बवाल मचा हुआ है। इधर एसपी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है। एसडीओ आवास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए हैं। अनुसंधान के क्रम में फॉरेंसिक और फिंगरप्रिंट जांच की गई है। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बच्चों और परिजनों का बयान भी दर्ज किया गया है। जिसकी विडियोग्राफी भी कराई गई है। वैज्ञानिक विधि से अनुसंधान चल रहा है। इधर रविवार को अनीता देवी के रहस्यमय मौत को लेकर हजारीबाग में हंगामा बरपा हुआ है। सदर एसडीओ पर जांच का शिकंजा कसने की मांग को लेकर रविवार को विभिन्न राजनीतिक दल के लोग सड़क पर उतर आए।
एसडीओ अशोक कुमार को पदभार से मुक्त करने और उनके विरुद्ध कठोर कानून कानूनी कार्रवाई करने की मांग तेज हो रही है। इधर हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने रविवार को झारखंड के मुख्य सचिव अलका तिवारी से की बात की और कहा कि यह घटना शर्मसार करने वाली है। इस पर सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। लॉ एंड ऑर्डर के लिए जिम्मेदार पदाधिकारी पत्नी की जलकर हुई रहस्यमय मौत बाद शहर में बवाल मचा हुआ है। हजारीबाग विधायक प्रदीप प्रसाद के नेतृत्व में एसडीओ को गिरफ्तार करने और अनीता को न्याय दिलाने सैकड़ो महिला पुरुष सड़कों पर उतर गए। लेकिन अशोक कुमार एसडीओ जैसे महत्वपूर्ण पद पर पर बने हुए हैं। एसडीओ की जगह एक आम आदमी पर प्राथमिकी दर्ज होती तो पुलिस उसे अभी तक गिरफ्तार कर जेल भेज देती, लेकिन लोहसिंधना थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के 96 घंटे बाद भी एसडीओ अपने पद पर बने हुए हैं। वहीं इस मुद्दे पर जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। रविवार को एसडीएम के पद पर किस वरीय पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति नहीं की गयी थी।
सदर एसडीओ पर कार्यवाही को लेकर डीआईजी सुनील भास्कर से पक्ष जाने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि लोकल पुलिस से ही बात करें। लोहसिंघना थाना प्रभारी संदीप कुमार ने कहा कि जांच चल रही है। घटना के विरोध में रविवार को व प्रदर्शन का दौर चलता रहा। महिला और सामाजिक संगठन मार्च निकाल पीड़ित परिवार को न्याय की मांग करते रहे। वही ला एंड ऑर्डर की जिम्मेदार पदाधिकारी एसडीम अपने पद पर बने हुए हैं। यह विषय भी चर्चा का विषय बना रहा। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि जिला प्रशासन की चुप्पी से सरकार की छवि खराब हो रही है।
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