भारतीय मजदूर संगठन की बैठक, एक करोड़ सदस्य होने का किया दावा
जारीबाग नगर का कृष्णापुरी, मटवारी के प्रांगण में रविवार को भामसं की बैठक की गई। जिसकी अध्यक्षता नीरज कुमार गुप्ता ने की। बैठक में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग जिला...
हजारीबाग नगर का कृष्णापुरी, मटवारी के प्रांगण में रविवार को भामसं की बैठक की गई। जिसकी अध्यक्षता नीरज कुमार गुप्ता ने की। बैठक में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए भारतीय मजदूर संघ हजारीबाग जिला मंत्री शंकर सिंह ने कहा कि संघ भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय श्रमिक संगठन है। इसकी स्थापना भोपाल में महान विचारक स्व दत्तोपन्त ठेंगड़ी द्वारा 23 जुलाई 1955 को हुई। भारत के अन्य श्रम संगठनों की तरह यह किसी संगठन के विभाजन के कारण नहीं बना वरन एक विचारधारा के लोगों का सम्मिलित प्रयास का परिणाम था। यह देश का पहला मजदूर संगठन है, जो किसी राजनैतिक दल की श्रमिक इकाई नहीं, बल्कि मजदूरों द्वारा संचालित अपने में स्वतंत्र मजदूर संगठन है। स्थापना के बाद द्रुत गति से उन्नति करते हुए आज यह देश में सर्वाधिक सदस्य संख्या वाला मजदूर संगठन है। भारतीय मजदूर संघ ने अपने स्थापना के 65 वर्ष पूरे होने पर एक करोड़ से अधिक सदस्यता तथा पांच हजार से अधिक यूनियनों के साथ देश का पहले नंबर का केंद्रीय श्रमिक संगठन बना। भारतीय मजदूर संघ का कार्य भारत के 32 राज्यों तथा 44 उद्योगों में है। यह 1989 की सदस्यता सत्यापन के आधार पर पहली बार 1996 में देश का नंबर एक मजदूर संगठन घोषित हुआ। वर्ष 2002 की सदस्यता सत्यापन के अंतरिम परिणाम की घोषणा के अनुसार भारतीय मजदूर संघ 62 लाख से भी अधिक संख्या के साथ अब भी देश का सबसे अधिक सदस्यों वाला मजदूर संगठन है। बैठक में मुख्य रूप से रविंद्र शर्मा, अखिलेश सिंह, मनोरमा सिन्हा, कमल कुमार, नागेश्वर, अविनाश कुमार, बबलू दास, अजीत दास, सिकंदर, लक्ष्मण कुमार, अजीत कुमार, पवन कुमार, पिंकेश कुमार, राजकुमार, मुकेश दास, सोनाली प्रवीण, प्रीति पांडेय, हेमराज कुमार, सुरेश मेहता, राजेश कुमार पांडेय सहित काफी संख्या मे लोग उपस्थित थे।