कई जन्मों के पुण्य का उदय ही कराता है सत्संग- वैष्णवी किशोरी
अग्रसेन भवन लोहरदगा में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन लोहरदगा इकाई के तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन शनिवार को भक्तों...
लोहरदगा, संवाददाता। अग्रसेन भवन लोहरदगा में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन लोहरदगा इकाई के तत्वावधान में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन शनिवार को भक्तों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़। इसमें न केवल लोहरदगा के विभिन्न इलाकों से कथा श्रवण करने के लिए भागवत प्रेमी पहुंचे, बल्कि रांची से भी बड़ी संख्या में भक्तजन यहां आए हैं। वृंदावन धाम की कथा किशोरी वैष्णवी किशोरी ने कथा के दूसरे दिन भागवत महात्म्य के बारे में विस्तार से बताया। भागवत कथा में वैष्णवी किशोरी ने भागवत के महात्म्य की कथा सुनाते हुए कहा कि जब कई जन्मों के पुण्यों का उदय होता है, तभी सत्संग सुनने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा भक्ति के ज्ञान और वैराग्य दो पुत्र है। जब दोनों स्वस्थ होंगे तभी भक्ति जीवन में आएगी। भगवान प्राप्ति के लिए पात्रता जीवन में लाने की बात कही। जब जीवन मे पात्रता आएगी तभी भगवान की भक्ति आपको प्राप्त होगी। कथा वाचिका वैष्णवी किशोरी ने कहा कि व्यक्ति दुनिया के आडम्बर पर तो भरोसा कर लेता है, लेकिन भगवान पर संदेह व्यक्त करता है। जितना भरोसा हम संसारियों पर करते है, उतना भगवान पर करें, तो सारा जीवन मंगलमय हो जाएगा। धुंधली की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि जो संसय में जीवन जीता है, उसका जीवन धुंधला हो जाता है। संगीतमयी कथा में ऑर्गन, ढोलक वादकों ने संगत से कथा में चार चांद लगा दिया। भागवत की महिमा से पापियों को भी पार लगाते हैं -एक समय की बात हैं सनकादि भगवान, भगवान नारदजी को भागवत कथा सुना रहे थे।भगवान नारदजी ने सनकादि जी से प्रश्न किया कि भगवन यह बात तो समझ आती हैं, कि जो संत, महापुरुष अच्छे कर्म करते हैं उनको सद्गति प्राप्त होती हैं। इस मौके पर कथा वाचिका वैष्णवी किशोरी के महर्षि वेदव्यास और सुकदेव जी के प्रसंग की भी कथा सुनाई। कथा आयोजन में राजीव रंजन, अनीता अग्रवाल, सुनील अग्रवाल, रश्मि अग्रवाल, अंजलि अग्रवाल, प्रदीप सिंह, उपेंद्र महतो, अमर अग्रवाल, मंजू अग्रवाल समेत अखिल भारतीय अग्रवाल महिला समिति और अग्रवाल सम्मेलन के सदस्यगण मौजूद थे।