शहर में आधा शहर के आधा दर्जन जगहों पर बनाए गए हैं चेकप्वाइंट
कोरोना वायरस से बचाव और उसके रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन का पुलिस सख्ती से पालन करवा रही है। इसका असर जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दिखने लगा है। मार्केट व गली मुहल्ले बंद हो गए हैं।...
कोरोना वायरस से बचाव और उसके रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन का पुलिस सख्ती से पालन करवा रही है। इसका असर जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दिखने लगा है। मार्केट व गली मुहल्ले बंद हो गए हैं। प्रशासन ने सभी को घर में रहने का फरमान जारी कर दिया है। बावजूद कई लोग वाहनों से आने-जाने के फरमान को नहीं मान रहे हैं। वैसे लोगों के प्रति पुलिस अब सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से अपनी जान की लापरवाही करने वाले को समझाया जा रहा है। फिर वह नहीं मान रहे हैं, तब इसका कड़ाई से पालन करवाया जा रहा है। शहर में लॉकडॉउन पालन कराने को लेकर पुलिस मुस्तैद नजर आ रही है। शहर में छह जगहों पर चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां घर से बाहर निकलने वाले लोगों के वाहनों की चेकिंग करते घर की ओर भेज दिया जा रहा है। गश्ती के दौरान पुलिस पैदल निकल रहे लोगों से पूछताछ कर रही है। पांच से ज्यादा लोगों को समूह में देखकर खदेड़ा जा रहा है। लॉकडाउन का पालन नहीं करने पर चालान काटे जा रहे हैं। उनके वाहन भी जब्त किए जा रहे हैं। सदर एसडीपीओ कमल किशोर ने बताया कि बुधवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेकर 40 दोपहिया वाहन जब्त किए गए हैं, चालकों पर जुर्माना भी लगाया गया है।आवश्यक सेवा से जुड़े लोगों को नहीं मिला है पहचान पत्रएक ओर पुलिस लॉकडाउन को लेकर जहां सख्ती बरत रही है। वहीं आवश्यक सेवा से जुड़े लोगों को अब तक लॉकडाउन को लेकर जिला प्रशासन ने पहचान पत्र निर्गत नहीं किया है। सरकारी कर्मचारी, अस्पताल के कर्मी, मीडिया, नगर निगम, बिजली, पानी जैसे आवश्यक सेवा से जुड़े लोगों के लिए पहचान पत्र नहीं मिलने से ड्यूटी आने-जाने के दौरान जगह-जगह पुलिसकर्मियों को जबाव देना पड़ रहा है। आवश्यक सेवा से जुड़े कई लोगों ने जिला प्रशासन से लॉकडाउन की स्थिति बने रहने तक पहचान पत्र निर्गत करने की मांग की है।