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सरिया: चार अवैध आरा मिलों पर वन विभाग का ताबड़तोड़ छापा

पांच लाख रुपए लागत की लकड़ी व मशीन जब्त क्षेत्र के चार अवैध आरा मिलों में संयुक्त रूप से छापेमारी कर लगभग पांच लाख रुपए लागत की आरा मशीनें व...

सरिया: चार अवैध आरा मिलों पर वन विभाग का ताबड़तोड़ छापा
हिन्दुस्तान टीम,गिरडीहThu, 18 Jun 2020 01:08 AM
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सरिया वन विभाग एवं स्थानीय पुलिस ने बुधवार को थाना क्षेत्र के चार अवैध आरा मिलों में संयुक्त रूप से छापेमारी कर लगभग पांच लाख रुपए लागत की आरा मशीनें व लकड़ियां जब्त की है। उक्त छापेमारी में जब्त सामान को छह ट्रैक्टरों में लादकर सरिया वन विभाग परिसर में लाया गया है।

एसीएफ सह रेंजर अभय कुमार सिन्हा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को थाना क्षेत्र के कोयरीडीह के गौरीशंकर प्रसाद, मायापुर के महेंद्र वर्मा, पूर्णिडीह के जागेश्वर वर्मा एवं खैराघाट के मोतीलाल मरांडी के अवैध आरा मिलों में छापेमारी की गई। जिसमें आरा मशीनों को उखाड़ दिया गया एवं इस क्रम में चार हाथी मशीन एक जेनरेटर, एक ट्रॉली जब्त की गई। साथ ही भारी मात्रा में शीशम, शाल, कटहल, अकेशिया एवं यूकोलिप्टस की लकड़ियां जब्त की गई। छापेमारी के क्रम में संचालक फरार हो गए। इसलिए किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। जब्त किए गए सामान की अनुमानित कीमत पांच लाख में करीब होगी। इस छापेमारी में दारू एवं बगोदर वन प्रक्षेत्र के अधिकारी एवं सरिया पुलिस का सहयोग रहा। इस अभियान में अधिकारी अभय सिन्हा, पीएन दुबे, विजय कुमार, पुरुषोत्तम पांडेय, शैलेश, रंजीत रविदास, सोमनाथ मोदक, हैदर अली, बिष्णु राय, इंदू कुमारी व पालवी कुमारी शामिल रहे।

वन विभाग की सबसे बड़ी कार्रवाई

बगोदर सरिया वन प्रक्षेत्र के अधिकारियों ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। जहां एक ही साथ चार अवैध आरा मिलों में छापेमारी कर बैगर किसी विरोध के इतनी भारी मात्रा में वन धन को जब्त किया है। बताते चलें कि जिन जगहों में छापेमारी की गई है अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र माने जाते हैं इसलिए इस बड़ी कार्यवाही से पहले अधिकारियों को सोचने पर मजबूर होना पड़ता था। सभी आरा मिल लगभग पंद्रह वर्षों से संचालन हो रहा था।

गुपचुप तरीके से की गई छापेमारी

बुधवार को अवैध आरा मिलों में हुई छापामारी गुपचुप तरीके से की गई। इसे लेकर छापेमारी में शामिल लगभग 30 लोगों के मोबाइल को पहले से ही जमा करा लिया गया था ताकि इसकी सूचना पहले से ही लीक ना हो जाये। छापेमारी में सफलता के बाद सभी लोगों का मोबाइल वापस किया गया।

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