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सात वर्ष बाद शुरु होगा मॉडल डिग्री कॉलेज, पर प्रोफेसर व स्टाफ नहीं

बिरनी व आसपास के विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी दो छात्रों का हुआ है नामांकन बिरनी, प्रतिनिधि। बिरनी प्रखंड मॉडल डिग्री कॉलेज सात साल बाद शुरू...

सात वर्ष बाद शुरु होगा मॉडल डिग्री कॉलेज, पर प्रोफेसर व स्टाफ नहीं
हिन्दुस्तान टीम,गिरडीहFri, 19 Aug 2022 01:52 AM
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बिरनी, प्रतिनिधि। बिरनी प्रखंड मॉडल डिग्री कॉलेज सात साल बाद शुरू होनेवाला है। इस सत्र से इसमें पढ़ाई भी होगी पर प्रोफेसर और अन्य स्टाफ के नहीं रहने से लोगों में संशय बरकरार है। इस कॉलेज का शिलान्यास करोड़ों की लागत से वर्ष 2014 में हुआ था। उस समय के तत्कालीन सांसद व विधायक ने इस उम्मीद से इसका शिलान्यास किया था कि बिरनी के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए बड़े बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।

शिलान्यास के एक वर्ष बाद ही यह मॉडल डिग्री कॉलेज बन कर तैयार हो गया परन्तु विभाग की लापरवाही की वजह से बिरनी की जनता को सात वर्ष तक इंतजार करना पड़ा। जनप्रतिनिधियों के बार -बार कहने के बाद विभाग ने वर्ष 2022 में इसे शुरू किया परन्तु अब तक न स्टाफ हैं ना ही प्रोफेसर। विभाग ने चांसलर पोर्टल पर ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया शुरू की है परन्तु प्रचार प्रसार के अभाव में अब तक मात्र 2 विद्यार्थियों ने ही नामांकन ही लिया है। जानकारी के अनुसार इस सत्र में कामर्स एवं साइंस में स्तानक कराया जाएगा।

बता दें कि बिरनी जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्रों में जहां उच्च शिक्षा के लिए लोगों को परेशानी होती थी। बिरनी के विद्यार्थियों को 12 वीं के बाद डिग्री के लिए गिरिडीह, हजारीबाग और रांची जैसे शहर जाना पड़ता था। लड़के तो पढ़ाई के लिए शहर चले जाते थे परन्तु लड़कियों को इसके लिए काफी दिक्कत होती थी। या तो उन्हें 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ना पड़ता था या फिर घरवालों से आरजू विनती करनी पड़ती थी। तभी वह अपनी पढ़ाई कर पाती थी। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से क्षेत्र की जनता को थोड़ी उम्मीद दिखाई दे रही है। सिमराढाब मुखिया दिलीप रविदास कहते हैं कि बिरनीवासियों के लिए इससे अच्छी खबर और कुछ नहीं हो सकती है। यहां के बच्चे डिग्री के लिए दूसरे शहर जाते थे अब बिरनी में ही उनकी पढ़ाई होगी तो स्वाभाविक है। अभिभावकों को कम खर्च में ही वह अपने बच्चों को डिग्री करवा पाएंगे। शहरों में उन्हें रेंट पर कमरा एवं खाने पीने के लिए सब कुछ अलग से व्यवस्था करनी पड़ती थी। अब इससे उन्हें छुटकारा मिलेगा। विद्यार्थी अपने घर में रहकर ही अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। कहा कि मॉडल डिग्री कॉलेज के शुरू होने से खासकर बिरनी की बच्चियों को फायदा होगा। कई बच्चियां तो दूरी के कारण अपनी डिग्री नहीं ले पाती थी। अब आम गरीब की बच्चियां भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेगी।

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