विशेष : मिल्ट मिशन योजना के तहत बेंगाबाद में बड़े पैमाने पर की जा रही है श्री अन्न की खेती
मिलेट मिशन योजना के तहत बेंगाबाद में मडुआ की खेती जोर पकड़ रही है। 60 महिला कृषकों ने 10 एकड़ जमीन पर मडुआ उगाकर आर्थिक स्वावलंबन की ओर कदम बढ़ाया है। मडुआ की खेती और उत्पादित बिस्किट, केक आदि की मांग...
राजेश पांडेय। बेंगाबाद,प्रतिनिधि। मिलेट मिशन योजना के तहत बेंगाबाद में बड़े पैमाने पर श्री अन्न (मडुआ) की खेती किया जा रहा है। मडुआ की खेती से किसानों का खेत गुलजार लग रहा है। मडुआ बाली के सौंधी महक महिला कृषकों के जीवन में मिठास घोंलने के लिए तैयार है। वर्षों पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में बहुतायत मात्रा में इसकी खेती होती थी। धीरे धीरे पारंपरिक मडुआ की खेती लुप्त हो गया। सरकार ने मोटो अनाज की खेती को बढावा देने के लिए मिलेट मिशन योजना की शुरुआत किया गया। इस योजना के तहत बेंगाबाद प्रखंड के कई गांवों में बड़े पैमाने पर इसकी खेती किया जा रहा है। इसमे पुर्री, नइयाडाबर, बिजयपुर, जुडपनिया सहित कई अन्य गांव शामिल हैं। खेती कार्य में जेएसएलपीएस स्वयं सहायता समूह से लगभग 60 महिला कृषक दस एकड से अधिक जमीन पर मडुआ की खेती कर रही हैं, और मडुआ की खेती को रोजगार का साधन बना लिया है। बताया जाता है, कि मडुआ केवल आटा के लिए ही नही बल्कि इसके आटा से समूह की दीदी तरह तरह आइटम तैयार कर आर्थिक उपार्जन कर रही हैं। बतलादें कि ग्राम लुप्पी में बजरंगबली स्वंय सहायता समूह की दीदी फुलवती देवी व उनके सहयोगी द्वारा मडुआ का स्वादिष्ट बिस्किट तैयार कर रही हैं। बजार में इसका बहुत डिमांड है। इसके अलावे कई अन्य तरह के भी समान तैयार किया जा रहा है।
मडुआ की ऑर्गेनिक खेती के लिए किया जा रहा है प्रेरित: जेएसएलपीएस के प्रखंड बीपीएम संजय कुमार ने कहा कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी दीदियों को मडुवा की ऑर्गेनिक खेती के लिए निरंर प्रेरित किया जा रहा है। कहा कि इस वर्ष प्रखंड क्षेत्र के नैयाडाबर,जुड़पनिया, विजयपुर गांव की 60 महिला कृषकों द्वारा 10 एकड़ जमीन श्री अन्न की खेती की जा रही है। मडुवा की खेती के साथ बेहतर सेहत के लिए मडुवा अनाज का भी सेवन करने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। मडुवा का मूल्य वर्धन की बात करें तो आरंभ मे मडुवा का मुल्य 18 से लेकर 20 रूपये प्रति किलोग्राम बिक्री किया जाता था। परंतु वर्तमान समय में इसका मूल्य 36 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से इसकी बिक्री हो रही हैं। मडुवा की खेती करने वाले किसान को इसकी बिक्री के लिए बाहर बाजार खोजने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए उत्पादक समूह के द्वारा उनके घरों से ही खरीदारी कर लिया जाएगा। कहा कि खेती कार्य में मुख्य रूप से किसान बबिता देवी, रिंकू देवी, निशा कुमारी, सावित्री देवी, शांति देवी, रुपद्दी बेसरा, बड़की देवी, फुलमुनी देवी, बहाली मुर्मू, शांति किस्कू, ममता सोरेन, सबिता देवी, सोनिया हेमब्रोम, रोशा सोरेन, समोली मुर्मू सहित अन्य समूह की महिलायें शामिल हैं।
क्या है मिलेट मिशन योजना: कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान सह वरीय कृषि वैज्ञानिक डा. पंकज सेठ ने कहा कि मिलेट मिशन योजना किसानों को खेती के प्रति प्रोत्साहित करना और किसानों को आर्थिक सहायता के लिए इस योजना की शुरुआत किया गया है। प्रधानमंत्री भी इस योजना को प्रमोट कर रहे हैं। मिलेट मिशन योजना के तहत सरकार मोटे अनाज की खेती के लिए सहायता भी प्रदान करती है। उन्होंन कहा कि मडुआ सुपर फूड है। खासकर सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। कहा महिलाओं को होने वाली खून की कमी को दूर करता है। मडुआ में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसके अलावे कैल्सियम, मैग्निसियम, पोटेशियम भी पाया जाता है। डयबिटिज के लिए भी मडुआ काफी फायदेमंद है। कहा कि मडुआ को मिड डे मिल भी शामिल किया जाने लगा है। मडुआ से बिस्किट, केक, लड्डू सहित कई तरह के व्यंजन तैयार किया जा रहा है।
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