नगर अध्यक्ष को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर भेजा जेल
गर अध्यक्ष को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर भेजा जेल दंडाधिकारी ने नगर थाना में जिनेन्द्र मंडल पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज...
नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र मंडल को पुलिस ने शनिवार को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जितेंद्र मंडल के ऊपर 14 जुलाई को रौतारा टीओपी के पास वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस अधिकारी और दंडाधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार करने और सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर मामला दर्ज था।
मालूम हो 14 जुलाई को नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र मंडल अपने एक सहयोगी के साथ बाइक पर पीछे बैठकर बिना मास्क और हेलमेट के सफर कर रहे थे। वाहन चेकिंग के दौरान उन्हें रोकने पर मौजूद पुलिस वाहन जांच टीम और नप अध्यक्ष के बीच नोकझोंक हो गई। 14 जुलाई को जितेंद्र मंडल ने एसपी वाईएस रमेश को लिखित आवेदन देकर वाहन जांच टीम के पर कार्रवाई करने की मांग की थी। वहीं, देर शाम प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी ने नगर थाना में जिनेन्द्र मंडल पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसे लेकर 16 जुलाई को जितेंद्र मंडल ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था।29 जुलाई को मामले की कोर्ट में सुनवाई हुई कोर्ट ने पुलिस को डायरी जमा करने के निर्देश के साथ गैर जमानती वारंट निर्गत किया गया। वारंट प्राप्त करने के बाद पुलिस जितेंद्र मंडल की गिरफतार के छापेमारी कर रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर जितेंद्र मंडल को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से शनिवार सुबह से ही पुलिस चौक चौराहा पर चौकस दिखी। जितेंद्र मंडल के गोड्डा पहुंचते ही सबसे पहले कोरोना जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां काफी संख्या में जितेंद्र मंडल के समर्थक और तमाम वार्ड पार्षद पहुंचे। जांच उपरांत दिन के 12 बजे जितेंद्र मंडल को कोर्ट में पेशी के लिए हाजिर किया गया। पुलिस ने कोर्ट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया था। सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर के अंदर किसी को जाने की मनाही थी। सुनवाई होने के बाद नगर अध्यक्ष को जेल भेज दिया गया। मालूम हो कि केस की अगली सुनवाई आने वाली 6 अगस्त को होगी। जिसमें पुलिस को केस डायरी जमा करने के लिए आदेश दिया गया है। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट होगा की इन्वेस्टीगेशन अफसर के द्वारा कितने दिनों में केस डायरी जमा की जाएगी।
नगर परिषद अध्यक्ष की गिरफ्तारी की बात सुनकर नगर परिषद अध्यक्ष की पत्नी कोर्ट पहुची। उन्होंने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। कहा कि मेरे पति ने भी आवेदन दिया उस पर सुनवाई नहीं हुई। पुलिस मेरे घर पर छापेमारी कर रही थी। मेरे घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं। कहा न्यायपालिका पर भरोसा है।
नगर परिषद उपाध्यक्ष वेणु चौबे ने तमाम वार्ड पार्षदों के साथ बैठक की और बताया कि इतना बड़ा मामला नहीं है कि गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो। जितेंद्र मंडल की गिरफ्तारी से स्तब्ध है। एक जनप्रतिनिधि के साथ यह व्यवहार चिंतनीय है। फिलहाल न्यायपालिका पर भरोसा है, सही न्याय होगा। हलांकि जेल भेजे जाने के बाद जिला व पुलिस प्रशासन तमाम गतिविधियों पर नजर रह रही है। एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह ने इस मामला में कहा है कि दोनो पक्षों को माननीय न्यायालय देख रही है। वारंट जारी होने के बाद गिरफतारी हुई है। किसी प्रकार की एकतरफा कार्यवाई नहीं हो रही है।