भारतीय जनता पार्टी की अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने निकाली जन आक्रोश रैली
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा महागामा प्रखंड ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशाल जन आक्रोश रैली का आयोजन किया। रैली में बताया गया कि घुसपैठियों के कारण आदिवासी समाज की जनसंख्या घट रही...
महागामा ,एक संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा महागामा प्रखंड के नेतृत्व में शनिवार को विशाल जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। रैली बसुआ चौक से महागामा प्रखंड कार्यालय तक हुई । जहां रैली प्रदर्शन में परिणत हो गई। वहीं महागामा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सोनाराम हंसदा को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रबोध सोरेन ने कहा कि संथाल परगना क्षेत्र के सभी जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण आदिवासी समाज की जनसंख्या घट रही है । बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या झारखंड में विकराल रूप धारण करती जा रही है। घुसपैठिया लव जिहाद, लैंड जिहाद के माध्यम से आदिवासी बेटियों से शादी रचा रहे हैं और उनकी जमीन पर भी कब्जा कर रहे हैं ।अब तो आदिवासी महिला के लिए आरक्षित सीट पर जनप्रतिनिधि बनाकर घुसपैठिए राजनीतिक रूप में भी मजबूत हो रहे हैं। आज संथाल परगना सहित पूरे झारखंड की डेमोग्राफी में अप्रत्याशित बदलाव आए है ।बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त हो रहा है ।झामुमो, कांग्रेस जैसे सत्ताधारी दल तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं ।अब तो स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि आदिवासी समाज के लोग मुस्लिम बहुल गांव से पलायन कर रहे हैं । साथ ही दहशत में जीने को मजबूर है ।अपने धार्मिक आयोजन भी नहीं कर पा रहे हैं ।न्यायालय के आदेश के बावजूद राज्य सरकार आदिवासी की लूटी जमीन पर बांग्लादेशियों का कब्जा नहीं हटा पा रही है । जिस प्रकार से आज प्रदेश में आदिवासियों की आबादी तेजी से घट रही है ।उसके कारण समाज पर चौतरफा संकट है। आदिवासियों की माटी बेटी रोटी सब असुरक्षित है। बांग्लादेशी घुसपैठियों से आदिवासी समाज को ही नहीं अपितु राज्य को बचाने के लिए अविलंब एसआईटी गठित कर घुसपैठियों को चिन्हित कर उन्हें देश से बाहर करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएं। जिला महामंत्री कृष्णा मुरारी चौबे ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या झारखंड में विकराल रूप धारण करती जा रही है। घुसपैठियों के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित समाज आदिवासी समाज है। बांग्लादेशी घुसपैठिए लव जिहाद,लैंड जिहाद के माध्यम से आदिवासी बेटियों से शादी रचा रहे और उनकी जमीन पर भी कब्जा कर रहे। 1951 की जनगणना रिपोर्ट के आधार पर पूरे झारखंड क्षेत्र में आदिवासियों की आबादी 36%थी जो 2011की जनगणना में घटकर 26%हो गई।उसी प्रकार हिंदू आबादी 87.9%थी जो घटकर 81.7%हो गई जबकि मुस्लिम आबादी 8.9% थी जो बढ़ कर 14.5%हो गई।इसी प्रकार यदि केवल संथाल परगना क्षेत्र की जनगणना रिपोर्ट पर नजर डालें तो 1951में संथाल परगना में आदिवासी आबादी 44.67%थी जो 2011में घटकर 28.11%पर आ गई।जबकि मुस्लिम आबादी 9.44%से बढ़कर 22.73%पहुंच गई। अन्य समुदाय की जनसंख्या 45.9%से बढ़कर मात्र 44.2%पर पहुंची। आज एक एक बूथ पर 123%तक मतदाताओं में वृद्धि दर्ज हुई है।,ऐसी परिस्थिति में बांग्लादेशी घुसपैठियों को राज्य सरकार का संरक्षण प्राप्त हो रहा। झामुमो कांग्रेस जैसे सत्ताधारी दल तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति कर रहे।अब तो स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि आदिवासी समाज के लोग मुस्लिम बहुल गांव से पलायन कर रहे। इस रैली कार्यक्रम में मुख्यरूप से मानवेल मुर्मू,बुधराम मुर्मू,सोनल सोरेन, पुलिस टुडू,बासुदेव हांसदा,रमेश हांसदा, महागामा मंडल अध्यक्ष अशोक यादव, जिला सोशल सह मीडिया प्रभारी ब्रजेश मंडल,नंदकिशोर ठाकुर,पवन साह, राजेन्द्र यादव, निक्की राय सहित अनेकों कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
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