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स्पीकर दिनेश उरांव ने सिसई में जतरा समारोह का किया उदघाटन

सिसई प्रखंड के मुर्गू पतराटोली के पहाड़ में आदि धर्म सरना सांस्कृतिक एवं उडसा पाट राजा जतरा समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुर्गू पंचायत क्षेत्र के पाहन पुजार ने पारम्परिक वेशभूषा...

सिसई प्रखंड के मुर्गू पतराटोली के पहाड़ में आदि धर्म सरना सांस्कृतिक एवं उडसा पाट राजा जतरा समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुर्गू पंचायत क्षेत्र के पाहन पुजार ने पारम्परिक वेशभूषा...
1/ 2सिसई प्रखंड के मुर्गू पतराटोली के पहाड़ में आदि धर्म सरना सांस्कृतिक एवं उडसा पाट राजा जतरा समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुर्गू पंचायत क्षेत्र के पाहन पुजार ने पारम्परिक वेशभूषा...
सिसई प्रखंड के मुर्गू पतराटोली के पहाड़ में आदि धर्म सरना सांस्कृतिक एवं उडसा पाट राजा जतरा समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुर्गू पंचायत क्षेत्र के पाहन पुजार ने पारम्परिक वेशभूषा...
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हिन्दुस्तान टीम,गुमलाFri, 11 Oct 2019 12:22 AM
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सिसई प्रखंड के मुर्गू पतराटोली के पहाड़ में आदि धर्म सरना सांस्कृतिक एवं उडसा पाट राजा जतरा समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुर्गू पंचायत क्षेत्र के पाहन पुजार ने पारम्परिक वेशभूषा विधिवत से पूजा-अर्चना कर जतरा का शुरुआत किया गया । इस जतरा में भरनो व सिसई से 83खोड़हा दलों ने भाग लिया । जिन्हें नगाड़़ा, मादर ,घंट ,व दर्री देकर सम्मानित किया गया। मौके पर स्पीकर डॉ दिनेश उरांव ने कहा कि इस पहाड़ में कई दशक पूर्व हमारे पूर्वजों ने जतरा मेला लगाया करते थे। इस जतरा में सिसई ही नहीं छोटानागपुर के विभिन्न क्षेत्रो से आया करते थे । यहां का जतरा प्रसिद्ध था जो धीरे धीरे बंद हो गया था। पिछले वर्ष इस क्षेत्र के युवाओं ने आदि धर्म सरना सांस्कृतिक एवं उडसा पाट राजा जतरा कमेटी का गठन कर फिर से शुरू किया गया है । जतरा सिंदरा आपसी भाई -चारगी का परिचय कराती है। जतरा से ही हमारी सभ्यता संस्कृति भाषा और परंपरा सांस्कृतिक खेलकूद बची हुई है। ऐसी परम्परा को बचाए रखने की जरूरत है। हमारी रीति रिवाज संस्कृति आदर -सत्कार पर लगातार हमले किये जा रहे हैं इसे बचाने की जरूरत है । इसके लिए समाज के लोग को खुद जागरूक होते हुए अन्य लोगों को भी जागरूक करने की जरूरत है। महिला सखी मंडल के माध्यम से आगे बढ़ने की जरूरत है इस बार ढोल नगाड़ा घंट मांदर दिया जा रहा है । इसी तरह हर गांव के टोले मोहल्ले में जो सांस्कृतिक रीति रिवाज को बचाए रखने वाले टीम को ढोल नगाड़ा मांदर दिया जाएगा । समाज संस्कृति रिवाज आदर सत्कार मिटाने वाले को चिन्हित कर संगठित होकर एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारा समाज पीने खाने वाला है । पीने का भी एक दायरा होता है लोग पी खाकर इधर-उधर ना भटके। शराबबंदी पर युवाओं को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने कहा शिक्षा व संस्कार को साथ-साथ समाज मे विकसित करने की जरूरत है। इस समाज में पढ़े लिखे हैं वह लोग भी समाज की एकता अपनी सामाजिक धरोहर को बचाए रखने के लिए आगे आएं। इस अवसर पर स्पीकर की धर्मपत्नी मंजू देवी , रेखा कुमारी रामनिवास उरांव ,प्रदीप उरांव सचिव सुरेश उरांव , कमल किशोर उरांव कमल उरांव जुगेश उरांव धनंजय उरांव जाल्हा उरांव राम उराँव गंगाराम उरांव रामनिवास उरांव बैजनाथ उरांव मेघनाथ साहू श्रीकांत गिरी सुखलाल राय कृष्ण बंगे उराँव हरिहर जयसवाल सहित हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे ।...................................

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