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गुमला में अंजुमन के बैनर तले सीएए और एनपीआर कानून के खिलाफ मुस्लिम धर्मावलंबियों का विशाल जुलूस

अंजुमन इस्लामियां गुमला के बैनर तले शुक्रवार को बाद नमाज जुम्मा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सीएए और एनपीआर कानून के विरोध में मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस में सैकड़ो की संख्या मुस्लिम धर्मावलंबियों...

गुमला में अंजुमन के बैनर तले सीएए और एनपीआर कानून के खिलाफ मुस्लिम धर्मावलंबियों का विशाल जुलूस
हिन्दुस्तान टीम,गुमलाSat, 04 Jan 2020 01:14 AM
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अंजुमन इस्लामियां गुमला के बैनर तले शुक्रवार को बाद नमाज जुम्मा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सीएए और एनपीआर कानून के विरोध में मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस में सैकड़ो की संख्या मुस्लिम धर्मावलंबियों ने भाग लिया। जुलूस को आज प्रशासन अर्लट मोड रहा। और जुलूस के आगे -आगे पुलिस जवान और पीछे में गुमला एसडीओ -बीडीओ समेत कई अन्य पदाधिकारी मुस्तैद रहे। जुलूस की शुरुआत थाना रोड स्थित जामा मस्जिद के पास से हुई और थाना रोड होते हुए टावर चौक से मेन रोड,पटेल चौक और जशपुर रोड होते हुए नया आईएटीडीए भवन में संचालित डीसी कार्यालय पहुंची। डीआरडीए डायरेक्टर हैदर अली जुलूस में शामिल लोगो से डीसी ऑफिस के बाहर आकर मिले और अंजुमन द्वारा नामित सात सदस्यीय टीम में शामिल सदर इरशाद खान,सचिव खुर्शीद आलम,हाजी बाबर मियां,खलील अशर्फी, आशिक अंसारी,कलीम अख्तर और मो.जहीर खान को लेकर डीसी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम सीएए व एनपीआर कानून को लागू नही करने संबंधित मांग पत्र सौंपा।मांगपत्र में कहा गया है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के मुताबिक पड़ोस के तीन देशों के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने की बात कही गयी है।और मुस्लिम को छोड़कर यह प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 21 और 22 का पूरी तरह उल्लंघन करता है।फलस्वरूप देश में आबाद सिर्फ मुस्लिम ही नही बल्कि हर समुदाय व धर्म के लोग आहत हैं।

वहीं गुमला के मुस्लिम समुदाय अंजुमन इस्लामियां के बैनर तले सीएए और एनपीआर कानून के विरोध में जुलूस निकाल डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि देश हित में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश देने की अपील की गई है।उधर जुलूस में शामिल लोग हाथों में तख्ती लिए हुए थे।उक्त तख्तियों में हमारा देश भारत जिंदाबाद,सीएए संविधान के खिलाफ है,सीएए काला कानून वापस लो और संविधान बचाओ देश बचाओ जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।साथ ही जुलूस में शामिल सैकड़ों लोगों के हाथों में तिरंगा झंडा लहरा रहा था।मौके पर शाहजहां अंसारी,जब्बार रिजवी,आरिफ आलम,मो हसनेन,मो अफरोज,जीशान,चांद अफसर,अफान,आफताब खान,जान आमिर,हाजी सुलेमान अंसारी ,जमाल अंसारी,हकमूल अंसारी,इसराइल अंसारी,निजामुद्दीन खान,सगीर खान,साबिर खान,सैयूब अंसारी,आजाद खान,फैजी, बाबू खान ,मो.लड्डन,राजू कुरैशी,शकील अंसारी और ग्रामीण अंजुमन के सदर और ग्रामीण मुस्लिम अवाम मुख्य रूप से मौजूद थे।

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