हैवानियत की शिकार दिव्यांग युवती रिम्स में आखिरकार हार गई जिंदगी की जंग
साढ़े तीन महीने से रिम्स में थी इलाजरत साढ़े तीन महीने से रिम्स में थी इलाजरतसाढ़े तीन महीने से रिम्स में थी इलाजरतसाढ़े तीन महीने से रिम्स में थी इलाजरत
पालकोट प्रतिनिधि। हैवानियत की शिकार दिव्यांग युवती जो पिछले साढ़े तीन महीने से रिम्स में जिंदगी के लिए जदोजहद कर रही थी। आखिरकार व हार गई। मंगलवार को रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक 16 अप्रैल को उक्त दिव्यांग युवती के साथ हैवानियत कर हत्या के उद्देश्य से उसे मार कर कोलेंग ठेकरा टोली के एक खेत में अर्द्धनग्न हालत में फेंक दिया गया था। कोलेंग मुखिया के सूचना पर पालकोट पुलिस घटना स्थल पर जाकर उसे 108 एम्बुलेन्स से इलाज के लिए गुमला भेज दिया था। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया था, तब से वह रिम्स के आईसीयू में इलाजरत थी। मामले को लेकर बसिया एसडीपीओ नजीर अख्तर के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम ने मामले का उद्वेभदन करते हुए उमड़ा पंचायत के केराटोली निवासी 23 वर्षीय सतपाल साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर घटना को अंजाम देने में प्रयुक्त लूना मोपेड और घटना स्थल से एक किमी दूर रूपवन मैदान में पीड़िता का लाल रंग का बैग जिसके अंदर पीड़िता का आधार कार्ड पैन कार्ड दिव्यांग प्रमाण पत्र फटा हुआ पासबुक और एक सैमसंग कंपनी का मोबाइल बरामद किया था। उस समय पुलिस द्वारा भादवि 307/ 323 /325 /354 /34 मामला दर्ज किया गया था। मामले को लेकर पूछने पर पालकोट थाना प्रभारी मो जहांगीर ने बताया कि पीड़िता की मौत के बाद आरोपी के उपर धारा 302 के तहत कार्रवाई की जाएगी।