स्वच्छ भारत मिशन के तहत आम जनों के लिए बनने वाली शौचालय निर्माण में भारी फर्जीवाडा होने की बात की पुष्टि पीएचईडी के ईई चंदन कुमार ने की है। इस मामले को लेकर श्री कुमार ने गुमला थाना कांड संख्या 305/19 में भादवि की धारा 406,408,418,419,420,465,468,471 और 120बी के तहत एफआईआर दर्ज कराया है। साथ ही उन्होने डीसी शशिरंजन को लिखित रूप से करोडो रूपये की हेराफेरी का दस्तावेज सौंपा है। इसके आलोक में डीसी शशिरंजन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। जांच टीम में प्रशिक्षु आईएएस मनीष कुमार,उपनिर्वाचन पदाधिकारी विद्याभूषण कुमार और बिल्डिंग डिवीजन के एई शिवशंकर प्रसाद शामिल हैं। बता दें कि जिला जल एवं स्वच्छता समिति गुमला का बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य शाखा में खाता नं 491310100063796से ईई चंदन कुमार का फर्जी हस्ताक्षर कर 116.52लाख रूपये को हस्तांतरित कर लिया गया है। फर्जीवाडे की राशि में और वृद्धि होने की आशंका भी है। डीसी शशिरंजन को विभाग द्वारा दिए गए दस्तावेज के मुताबिक बसुआ,ईर्रोफटकपुर,टोटो,फोरी,टैंसेरा,पतिया, और कोयनारा के भीडब्ल्यूएससी के खाते में रूपये जाने की बात बताई गई है। उन्होने कहा है कि एक जून के सीसीटीवी फुटेज में विभाग में कार्यरत उज्ज्वल स्वरूप होता और धीरज कुमार राय नजर आ रहे हैं। और ये दोनो परामर्शी स्वच्छ भारत मिशन प्रस्तुत करते दिखें। 31मई 2019को ईई का फर्जी हस्ताक्षर किया हुआ एडवाईस एक जून को बैंक में जमा हुआ था। इससे इन दोनो की फर्जीवाड़े में संलिप्तता प्रतित होती है। वहीं 12जून के सीसीटीवी फुटेज में उज्ज्वल स्वरूप होता और निशांत पांडेय (अब मृतक) जो सोशल मोबलाईजर थे। वे फुटेज में नजर आ रहे हैं और 11जून को किए गए फर्जी हस्ताक्षर का एडवाईस 12जून को बैंक में जमा किया गया है। फलस्वरूप डीसी को दिए गए दस्तावेज के अनुसार विभाग में कार्यरत धीरज कुमार राय,उज्ज्वल स्वरूप होता,जय कुमार गुप्ता,उर्मिला बडाईक,आशीष कुमार और संबेदना कुमारी पर फर्जीवाडा में संलिप्तता होने की आशंका जताई गई है।
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