ग्राम विकास व आदिवासी विकास समिति करेगी 5 लाख तक के कार्य
सरकार की ओर से गांवों में ग्राम विकास एवं आदिवासी विकास समितियों के गठन को लेकर मंगलवार को एटिक भवन में बीडीओ शादां नुसरत की अध्यक्षता में मुखियों एवं ग्राम प्रधानों की बैठक हुई। बैठक में समितियों के...
सरकार की ओर से गांवों में ग्राम विकास एवं आदिवासी विकास समितियों के गठन को लेकर मंगलवार को एटिक भवन में बीडीओ शादां नुसरत की अध्यक्षता में मुखियों एवं ग्राम प्रधानों की बैठक हुई। बैठक में समितियों के गठन एवं इनके कार्यक्षेत्र के बारे में बताया गया।
बीडीओ ने कहा कि आदिवासी विकास एवं ग्राम विकास समिति के माध्यम से सरकार के विभिन्न विभागों की छोटी-छोटी योजनाओं चेकडैम, जल संचयन संरचनाएं, तालाब, आहर एवं डोभा का निर्माण कराया जाएगा। इन समितियों द्वारा अधिकतम पांच लाख तक की योजनाओं का कार्यान्वयन कराया जा सकेगा। इन समितियों का प्रशासनिक एवं वित्तीय नियंत्रण बीडीओ के पास होगा। जिस गांव में अधिकतम सौ परिवार आदिवासी के हैं वहां नौ सदस्यीय एवं सौ से अधिक परिवारों वाले गांव में ग्यारह सदस्यीय समिति का गठन होगा। गांव के 18 से 35 वर्ष के युवा इसके सचिव होंगे। सदस्यों का चयन आम सभा द्वारा होगा। बैठक में बीपीआरओ हाड़ीराम दास, प्रखंड समन्वयक सोनी हेंब्रम, मुखिया पूर्णचंद्र सिंह, आरसुमनी टुडू, विलासी सिंह, नीलमनी मुर्मू, राईमुनी मार्डी, रंभा सिंह के अलावा राजा मुर्मू, रमेश मुंडा, सरबिंदु नामाता, दुर्गाचरण मुर्मू, सुनाराम मांडी, शशिभूषण मुंडा, पितांबर नायक, जन्मेजय दंडपाट, मेवालाल सरदार, शिखर महतो, गोस्टो बिहारी गोप आदि उपस्थित थे।