महात्मा गांधी की जयंती पर प्राय: सफाई अभियान चलाकर लोग उन्हें याद करते हैं, श्रद्धांजलि देते हैं। लेकिन अति पिछड़ा इलाका माने जाने वाले गुड़ाबांदा प्रखंड के अंतिम छोर पर बसे (ओडिशा की सीमा से सटे गांव) कोईमा निवासी विवेक ने अपने गांव में स्वर्णरेखा नदी घाट पर गांधीजी की तस्वीर बालू पर उकेर कर अनूठे अंदाज में राष्ट्रपिता बापू को श्रद्धांजलि दी।
बातों के क्रम में विवेक ने बताया कि 2 अक्तूबर को कोईमा जैसे अंजान स्थान पर स्वर्णरेखा घाट पर अकेले बैठकर उसने गांधीजी की तस्वीर बालू से तैयार की है। भले ही यहां उसकी कला का नमूना देखने कोई नहीं पहुंचेगा, लेकिन महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने का उसे अपना यह तरीका अच्छा लगता है।
शैक्षणिक संस्थान ने चलाया स्वच्छता अभियान : गांधी जयंती पर जेकेएम डिग्री कालेज, सीएमजेकेएम इंटर कालेज, जेकेएम हाई स्कूल, जेकेएम बीएड कालेज फॉर वीमेन के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के बैनर तले स्वच्छता कार्यक्रम चलाया गया। इस मौके पर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की तस्वीरों पर फूलमाला चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर जेके सेटेलाइट समूह के सचिव जामिनीकांत महतो ने कहा कि गांधीजी के पदचिन्हों पर देशवासियों को चलने की जरूरत है। डॉ. कल्याणी कबीर ने कहा कि स्वच्छता को संस्कृति के तौर पर अपनाने की आवश्यकता है। अभियान के तहत कॉलेज के विद्यार्थियों ने शैक्षणिक समूह द्वारा गोद लिए गए गांव घुटिया में सफाई अभियान चलाया तथा ग्रामीणों को स्वच्छता का संदेश दिया। कार्यक्रम में प्रमिला मांझी, जीतिका कुमारी, संजू राय, अजीत पांडा, तान्या सरकार, विश्वजीत महतो आदि शामिल थे।