बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, 125 एकड़ में लगी सब्जी नष्ट
बहरागोड़ा प्रखंड में सबसे ज्यादा सब्जी की खेती होती है। इस बार लगभग 125 एकड़ में विभिन्न प्रकार की सब्जी की खेती हुई थी। पिछले तीन दिनों तक हुई भारी...

निलेश बेरा, बहरागोड़ा
बहरागोड़ा प्रखंड में सबसे ज्यादा सब्जी की खेती होती है। इस बार लगभग 125 एकड़ में विभिन्न प्रकार की सब्जी की खेती हुई थी। पिछले तीन दिनों तक हुई भारी बारिश से सब्जी की फसल चौपट हो गई। कर्ज लेकर किसानों ने सब्जी उगाई थी। ऐसे में बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। अब किसान इस बात से चिंतित हैं कि वे कर्ज कहां से चुकायेंगे। अगर सरकार की ओर से कुछ मुआवजा भी मिलेगा तो क्या कर्ज से छुटकारा मिल जाएगा।
बहरागोड़ा प्रखंड में उगाई जाने वाली सब्जी :
बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के महुलडांगरी, चित्रेश्वर, गुहियापाल, बामडोल, रंगुनिया, चड़कमारा, बनकाटा, गुहालडीह, पानीपाड़ा, शंखाभंगा, बेहड़ा गांव में लगभग 1 25 एकड़ खेतों बैगन, करेला, कद्दू, कखरू, लौकी, बरबटी, मकई, कांकड़ो, खीरा, झींगा की खेती होती है। यहां की सब्जी जिले के अलावा बंगाल भी भेजी जाती है। इस बार भारी बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेरकर रख दिया है।
क्या कहते हैं किसान
- स्वपन गिरी ने कहा कि इस वर्ष सब्जी की खेती के लिए खेत तैयार करने से लेकर बीज बुआई तक पीड़ा दायक रही है। मेहनत के बाद सब्जी की फसल में फल लगा था, लेकिन पहले सुखाड़ और अब अतिवृष्टि ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस पर सरकार को कुछ न कुछ करना चाहिए।
-हृषिकेश गिरी ने कहा कि इन दिनों लगातार बारिश होने के कारण खेतों में पानी ठहरा हुआ है। जिससे सब्जी के पौधे खराब हो गए हैं। पौधे में कीटनाशक की दवाई में भी काफी रुपये खर्च हुए हैं। सरकार की ओर से अबतक किसी प्रकार की मदद या जांच के लिए अधिकारी नहीं पहुंचे हैं।
प्रवीण कुमार गिरी ने कहा कि लगातार भारी बारिश के कारण हम सभी किसानों की कमर टूट गई है। सरकार की ओर से मुआवजा मिल जाने से हम फिर से खेती में समर्थ हो जाते। ऐसे में बैंक से केसीसी लोन तथा घर में रखे थोड़ी जमा पूंजी खेती में लगा दिए हैं। मुआवजा नही मिला तो बर्बाद हो जाएंगे।
अमल महाकुड़ ने कहा कि इस बार कड़ी मेहनत कर सब्जी की खेती की थी। उम्मीद थी कि जितनी पुंजी लगी है, उससे कहीं ज्यादा मुनाफा होगा। लेकिन जब मुनाफे का समय आया तो बारिश ने सब कुछ बर्बाद कर दिया, अब सरकार की आस है, नहीं तो आत्महत्या को हमलोग विवश होंगे।
प्रखंड क्षेत्र में लगभग 125 एकड़ खेत में सब्जी की खेती हुई थी। सरकार द्वारा अबतक मुआवजा तथा जांच का आदेश नहीं आया है। पिछले दिनों जिले से एक टीम धान की जांच के लिए आई थी। जिसमें सुखाड़ के कगार पर रहे खेतों की जांच हुई थी। सरकार का निर्देश जारी होगा, वैसे ही काम शुरु कर दिया जाएगा।
समीरण मजूमदर, कृषि पदाधिकारी, बहरागोड़ा
