ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड घाटशिलाचापाकल ठीक करने के लिए पंचायत को मिले 922 रुपये, मैकेनिक चार्ज है 15 सौ

चापाकल ठीक करने के लिए पंचायत को मिले 922 रुपये, मैकेनिक चार्ज है 15 सौ

अनुमंडल के घाटशिला प्रखंड में पेयजल के लिए मचे हाहाकार के बीच सरकार ने खराब पड़े 350 से अधिक चापाकलों की मरम्मत के लिए पंचायतों को प्रति चापाकल 922...

चापाकल ठीक करने के लिए पंचायत को मिले 922 रुपये, मैकेनिक चार्ज है 15 सौ
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,घाटशिलाWed, 28 Apr 2021 03:35 AM
ऐप पर पढ़ें

घाटशिला। घाटशिला

अनुमंडल के घाटशिला प्रखंड में पेयजल के लिए मचे हाहाकार के बीच सरकार ने खराब पड़े 350 से अधिक चापाकलों की मरम्मत के लिए पंचायतों को प्रति चापाकल 922 रुपये की राशि मुहैया करायी है, जबकि मिस्त्री का चार्ज ही हजार से 1500 रुपये है। ऐसे में सवाल उठता है कि बाकी के पैसे व मरम्मत के दौरान लगने वाले उपकरण कहां से आयेंगे और चापाकलों की मरम्मत कैसे होगी।

पीएचईडी को मिला सिर्फ 48 चापाकलों को ठीक करने का टेंडर

घाटशिला प्रखंड में लगभग 700 के करीब चापाकल हैं, उसमें से 50 प्रतिशत चापाकल खराब पड़े है, जिसकी पूर्ण मरम्मत की जरूरत है। बावजूद इसके पेयजल स्वच्छता विभाग द्वारा खराब पड़े 350 चापाकलों में सिर्फ 48 की पूर्ण मरम्मत के लिए टेंडर निकाला गया है, जिसकी मरम्म्त हो चुंकी है। लेकिन, सवाल उठता है कि इस 48 चापाकलों की मरम्मत से सभी लोगों को पानी मिल जायेगा।

15वें वित्त आयोग से पंचायत को एक चापाकल की मरम्मत के लिए मिले मात्र 922 रुपये

पंचायतों में खराब पड़े चापाकलों को ठीक करने के लिए राशि तो 15वें वित्त आयोग से पंचायत को मुहैया करायी गयी है, लेकिन एक चापाकल को ठीक करने के लिए मात्र 922 रुपये ही दिये गये हैं, जबकि तीन से चार हजार रुपये की जरूरत होगी। क्योंकि, मिस्त्री का चार्ज ही हजार से 15 सौ रुपये है। ऐसे में मरम्मत के लिए उपकरण कहां से आयेगा।

खाल का पानी पीने को मजबूर हैं लोग

क्षेत्र में सरकार द्वारा लगायी गयी अधिकतर जलमीनार एवं चापाकल खराब पड़े हैं, ऐसे में लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए नदी, तालाब एवं अन्य स्थान पर बने खाल से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं।

प्रखंड की ओर से चापाकल ठीक करने को लेकर भेजा गया है विशेष वाहन

प्रखंड में खराब पड़े चापाकल को ठीक करने को लेकर बीडीओ कुमार एस. अभिनव के अनुसार एक विशेष प्रकार का वाहन भेजा गया है, जो 922 रुपये की राशि का उपयोग कर चापाकल को ठीक कर रहा है। अबतक 100 से ज्यादा चापाकल ठीक होने की बात कही जा रही है. पर धरातल पर क्या सच्चाई है जांच के बाद ही पता लगेगा।

विधायक ने चापाकल ठीक करने के लिए विभागीय अधिकारी को दिया है निर्देश

खराब पड़े चापाकल ठीक करने को लेकर विधायक रामदास सोरेन का कहना है कि पेयजल स्वच्छता विभाग के वरीय अधिकारी से बात कर हर हाल में चापाकलों की मरम्मत कराने का आदेश दिया है, लेकिन इसे लेकर राशि कहा से आयेगी, यह साफ नहीं हो पाया है।

विधानसभा चुनाव 2023 के सारे अपड्टेस LIVE यहां पढ़े