26 जनवरी व 4 फरवरी पर टिकी यूसील के मजदूरों की निगाहें
यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड(यूसील) के कर्मचारियों को नये वेतनमान समझौता का लाभ कब से मिलना शुरू होगा, इसे लेकर पिछले लगभग छह महीने से कयास ही लगाया जा रहा...
यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड(यूसील) के कर्मचारियों को नये वेतनमान समझौता का लाभ कब से मिलना शुरू होगा, इसे लेकर पिछले लगभग छह महीने से कयास ही लगाया जा रहा है। मजदूरों में यूनियन पर अविश्वास एवं क्षोभ बढ़ता देख कंपनी में सक्रिय चारों यूनियन के प्रतिनिधि एक साझा मंच बनाकर गेट सभा में अपना पक्ष स्पष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि हर बार की तरह एक बार फिर यूसील के मजदूर यूनियनों को पीछे धकेलकर अचानक हड़ताल न कर बैठें। मजदूरों के बीच हो रही चर्चा को भांपते हुए संयुक्त यूनियन ने प्रबंधन को पहले ही हड़ताल का नोटिस थमा दिया है ताकि मजदूरों का कोपभाजन बनने से बचा जा सके। 4 फरवरी को जादूगोड़ा में यूसील गेस्ट हाऊस में एएलसी की मध्यस्थता में बैठक होना है।
इस बीच कंपनी के कर्मचारियों की नजरें गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन के बाद यूसील के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सीके असनानी के संबोधन पर टिकी है। मजदूरों को उम्मीद है कि नये वेतनमान समझौता लागू किये जाने के बारे में सीएमडी शायद कुछ सकारात्मक घोषणा करेंगे। हालाकि प्रबंधन ने अप्रैल माह से नया वेतनमान देने का भरोसा दिलाया है।
डीएई के पास इतने महीने तक क्यों फंसी है फाइल : यूनियन
इसके पहले संयुक्त यूनियन की गेटसभा में जादूगाड़ो लेबर यूनियन( इंटक) के महासचिव सुरजीत सिंह ने कहा था कि यूनियन द्वारा सौंपे गए पत्र को प्रबंधन ने गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है और ऐसा मजदूरों की एकजुटता और यूनियन पर भरोसा के चलते हुआ है। सिंहभूम यूरेनियम मजदूर यूनियन(झामुमो समर्थित) के महासचिव रमेश माझी ने कहा कि सीएमडी के मुंह से मजदूर गणतंत्र दिवस के दिन कुछ खुशखबरी सुनने की इच्छा पाले बैठे हैं। तो यूरेनियम मजदूर संघ(बीएमएस) के नेता सीके पंडि़त ने कहा कि नया वेतनमान समझौते की फाइल को अप्रुवल देने में डिपार्टमेंट ऑफ एटोमिक एनर्जी(डीएई) में क्यों विलंब हो रहा है, इस बारे में फोन करने से यूसील प्रबंधन को बुरा क्यों लगता है?
अलावेंस का एरियर देने की भी उठने लगी मांग : कुल मिलाकर, यूसीलकर्मियों का 1 अप्रैल 2018 से नया वेतन समझौता बकाया था, जिसपर पिछले साल हुई पांच दिनों की हड़ताल के बाद सहमति बनी थी। लेकिन उसे अभी तक लागू नहीं किया जा सका है। फलस्वरूप यूनियन के प्रतिनिधि मांग कर रहे हैं कि विलंब प्रबंधन की ओर से किया जा रहा इसलिए अब अलावेंस का एरियर भी अप्रैल 2018 से दिया जाना चाहिए।