96.2 प्रतिशत अंक लाकर शुभ्रांशु बने एसएनएसवीएम के टॉपर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा मंगलवार को दसवीं का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इसमें स्थानीय संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर का परिणाम शत...
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा मंगलवार को दसवीं का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इसमें स्थानीय संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर का परिणाम शत प्रतिशत रहा और 168 बच्चों में 164 बच्चों नें प्रथम श्रेणी में उतीर्ण हुए। संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के छात्र शुभ्रांशु चन्द्रा 96.2 अंक लाकर विद्यालय के टॉपर बने। दूसरा स्थान विद्यालय के अयन कुमार और पियूष कुमार प्रधान को मिला है। दोनों को 94.8 प्रतिशत अंक मिले हैं। तीसरा स्थान विद्यालय के विकास मोहरी को मिला है। उन्हें 94.6 प्रतिशत अंक मिले हैं। अन्य स्थान ग्रहण करने वालों में उमा घोष-94.2 अंकिता महतो 93.2, फैज अकरम हैदर -93.2, सोनाली बेरा- 93 प्रतिशत, तानिया पांडा- 93 प्रतिशत एवं आर्यन राज-92.8 प्रतिशत अंक लाकर टॉप टेन में स्थान बनाने में सफल रहे। इस संबंध में प्रबंधन का कहना है कि स्कूल का रिजल्ट काफी बेहतर है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई के बाद भी बच्चों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को सफलता के लिए शुभकामना दी।
डॉक्टर बनना चाहते हैं स्कूल टॉपर शुभ्रांशु
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर के टॉपर शुभ्रांशु चन्द्रा ने 96.2 प्रतिशत अंक लाकर स्कूल में अव्वल स्थान हासिल किया है। वह पढ़-लिखकर डॉक्टर बनना चाहते है। शुभ्रांशु के पिता तपन कुमार चन्द्रा यूएमएस कठसकरा स्कूल के शिक्षक एवं माता रंजू चन्द्रा गृहणी हैं। शुभ्रांशु बेहतर परीक्षा परिणाम का श्रेय अपने माता-पिता के साथ स्कूल के शिक्षक को दे रहे हैं।
सेकेंड टॉपर अयन बनना चाहते हैं इंजीनियर
स्कूल में दूसरे स्थान प्राप्त करने वाले अयन कुमार भविष्य में इंजीनियर बनना चाहते हैं। अयन के माता शोभा देवी और पिता साइबर होम का संचालन करते हैं। अमन ने कहा कि उनका परीक्षा फल उम्मीद के अनुसार ही है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य इंजीनियर बनना है।
आईआईटी की तैयारी में जुटेंगे पियूष
स्कूल के दूसरे टॉपर पियूष कुमार प्रधान फिलहाल आईआईटी की तैयारी करना चाहते हैं। पियूष के पिता कृष्णेंदु प्रधान प्राइवेट शिक्षक और मां मुनमुन प्रधान गृहणी हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद से अनुसार ही अंक प्राप्त हुए हैं। आगे कड़ी मेहनत कर आईआईटी की तैयारी करना चाहते हैं।