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14-पश्चिमी मुसाबनी पंचायत में कचरा फेंकने की समस्या से जूझ रहे लोग

की समस्या से जूझ रहे लोग पंचायत परिक्रमा:- मुसाबनी । संवाददाता- मुसाबनी प्रखंड के शहरी क्षेत्र की पश्चिमी मुसाबनी पंचायत ग्रामीण क्षेत्रों की...

14-पश्चिमी मुसाबनी पंचायत में कचरा फेंकने की समस्या से जूझ रहे लोग
हिन्दुस्तान टीम,घाटशिलाTue, 21 Sep 2021 05:50 PM
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पश्चिमी मुसाबनी पंचायत : डस्टबिन रखने के लिए नहीं हुआ जगह का निर्धारण, गंदगी ने बढ़ाई लोगों की परेशानी

पंचायत परिक्रमा: 00

मुसाबनी, संवाददाता

मुसाबनी प्रखंड के शहरी क्षेत्र की पश्चिमी मुसाबनी पंचायत ग्रामीण क्षेत्रों की पंचायत से अधिक सुविधा संपन्न पंचायत है। इस पंचायत की आबादी लगभग नौ हजार है। यहां की बड़ी आबादी एचसीएल आईसीसी द्वारा बनाए गए कंपनी क्वार्टरों में रहती है। कुछ आबादी कंपनी क्षेत्र से बाहर रहती है। इस पंचायत में कचरा फेंकने का मुकम्मल इंतजाम नहीं है। पंचायत क्षेत्र में डस्टबिन रखने के लिए स्थान निर्धारित नहीं है। इस कारण लोग परेशान रहते हैं। लिहाजा लोग जहां-तहां कचरा फेंकने के लिए विवश हैं। इस कारण कई जगह पर गंदगी का ढेर पसरा रहता है। ग्रामीणों ने कहा कि रोज हर घर से कचरा निकलता है। इसको फेंकने के लिए जगह-जगह स्थान निर्धारित रहना चाहिए ताकि लोगों को कचरा फेंकने के लिए परेशानी ना हो। इस बारे में पूछे जाने पर मुखिया प्रधान सोरेन ने बताया कि यह सही है कि पश्चिम मुसाबनी पंचायत में समस्याएं कम हैं, लेकिन कचरा फेंकने को लेकर बड़ी समस्या आज भी जस की तस है। इसको लेकर कई बार प्रयास किया गया है परंतु स्थान निर्धारित नहीं होने के कारण कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन नहीं बनाया जा सका। इसको लेकर स्थानीय प्रशासन को भी पहल करना चाहिए ताकि डस्टबिन बनाने के लिए जगह मिल सके और डस्टबिन बनने से पश्चिमी मुसाबनी क्षेत्र के ग्रामीणों को इधर उधर कचरा फेंकने की समस्या से स्थाई निजात मिल सके।

कचरा फेंकने की समस्या से लोग हर दिन परेशान होते हैं। स्थाई समाधान निकलना चाहिए। इसके लिए जगह निर्धारित हो और डस्टबिन बने। अगर कुछ सहयोग की आवश्यकता होगी तो मेरे द्वारा भी सहयोग किया जाएगा।

गौरव किस्कू, ग्राम प्रधान

मेरा घर हाता-मुसाबनी मुख्य सड़क किनारे है। मुझे प्रतिदिन घर का कचरा फेंकने में परेशानी होती है। इसको लेकर मुखिया से भी आग्रह किया था, लेकिन वे जमीन की कमी का रोना रोने लगे। प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।

विनोद कुमार, स्थानीय ग्रामीण

दिन भर का जमा कचरा फेंकने के लिए घर से काफी दूर जाना पड़ता है। क्योंकि हमारे गांव में कोई कचरा फेंकने की स्थाई सुविधा नहीं है। कचरा के कारण हमलोगों को काफी परेशानी होती है। जनप्रतिनिधियों को इससे कोई मतलब नहीं है।

उमा भकत, आंगनबाड़ी सेविका

मैं एक संस्था में खाना बनाने का काम करती हूं। जहां रोज काफी कचरा निकलता है। परंतु मजबूरन सड़क किनारे कचरे फेंकना पड़ता है। क्योंकि कचरा के लिए कोई स्थाई जगह चिह्नित नहीं है। मुखिया जी को समाधान ढूंढना चाहिए।

बीना देवी, स्थानीय ग्रामीण

ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन की योजना पास हुई थी। परंतु डस्टबिन बनाने के लिए जगह को लेकर विवाद हो गया। ग्रामीणों ने कई जगह पर डस्टबिन बनाने का विरोध कर दिया। जमीन के अभाव में योजना अधर में है।

प्रधान सोरेन, मुखिया, पश्चिमी मुसाबनी पंचायत

फोटो-14 पश्चिमी पंचायत में जगह-जगह लगा कचरे का ढेर

फोटो-15 ग्राम प्रधान गौरव किस्कू।

फोटो-16. बिनोद कुमार ।

फोटो-17 आंगनबाड़ी सेविका उमा भकत ।

फोटो-18 बीना देवी ।

फोटो-19 मुखिया प्रधान सोरेन।

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