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न्यूनतम 4300 और अधिकतम साढ़े 8 हजार की बढ़ोतरी

वेतन पुनरीक्षण समझौता पर प्रबंधन और मजदूर प्रतिनिधियों के बीच आपसी सहमति बनने के उपरांत शनिवार की शाम चार बजे हड़ताल समाप्त हो गया और उसी वक्त से मजदूरों ने ड्यूटी शुरू कर...

न्यूनतम 4300 और अधिकतम साढ़े 8 हजार की बढ़ोतरी
हिन्दुस्तान टीम,घाटशिलाSun, 16 Jun 2019 05:21 PM
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वेतन पुनरीक्षण समझौता पर प्रबंधन और मजदूर प्रतिनिधियों के बीच आपसी सहमति बनने के उपरांत शनिवार की शाम चार बजे हड़ताल समाप्त हो गया और उसी वक्त से मजदूरों ने ड्यूटी शुरू कर दिया। बता दें कि उपरोक्त मुद्दे पर सोमवार से यूसील की सभी इकाइयों में मजदूर हड़ताल पर चले गये थे। जबकि तुमलापल्ली ( आंध्रप्रदेश ) के मजदूर बुधवार से हड़ताल में शामिल हुए थे।

भत्ता के बारे में 15 दिनों में बनाई जाएगी सहमति : शनिवार की पूर्वाह्न लगभग 11 बजे से शुरू हुई वार्ता में 12% गारंटेड बेनीफिट और 100% डीए( डीए की पूरी राशि बेसिक पे में समायोजित होगी) पर दो-सवा दो बजे सहमति बनी। इसके अलावे अन्य भत्ते पर अगले 15 दिनों में सहमति बनाने की बात कही गई है। इसी तरह, यूसील से रिटायर्ड कर्मियों को स्वास्थ्य सहूलियत देने के लिए डेढ़ लाख रुपये का इंश्योरेंस कराने की बात प्रबंधन ने कहा। यह सुविधा हासिल करने के लिए लगभग 13 हजार रुपये सालाना प्रीमियम जमा करना होगा जिसका आधा हिस्सा प्रबंधन देगा और आधी राशि पूर्व कर्मचारियों को देने होंगे।

आखिरी दौर के वार्ता में शामिल हुए सीएमडी : मंगलवार से रोजाना जारी समझौता वार्ता के आखिरी दौर में पहली दफा खुद कंपनी के सीएमडी सीके असनानी भी शामिल हुए थे। प्रबंधन के आठ अधिकारियों और चारों यूनियन के दो-दो प्रतिनिधियों के अलावे सांसद विद्युतवरण महतो, सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन, पोटका की विधायक मेनका सरदार, जिप अध्यक्ष बुलूरानी सिंह, जिला बीससूत्री उपाध्यक्ष दिनेश साव, दशरथ सिंह, गिरीश सिंह, जिला प्रशासन की ओर से एडीएम (ला एड आर्डर) सुबोध कुमार, ग्रामीण एसपी एससी जाट, सीआइएसएफ के सीनियर कमांडेंट आदि शामिल थे।

ऐतिहासिक समझौता, मजदूरों को बधाई - सांसद : सांसद विद्युतवरण महतो ने यूसील मजदूरों के लिए हुए समझौता को ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि यूसील में हड़ताल पर सीएम रघुवर दास ने काफी गंभीरता दिखलाया और माइंस के अंडरग्राउंड में धरना पर मजदूरों को बाहर निकाल शीघ्र समझौता करवाकर हड़ताल खत्म कराने का निर्देश दिया था। सांसद ने मजदूरों को बधाई देते हुए आग्रह किया कि यूसील प्रबंधन एवं मजदूर मिल-जुलकर देशहित में कंपनी का संचालन करें।

मजदूर एकता के कारण मिली बड़ी जीत - इफ्टू : मजदूरों के वेतन समझौता पर इफ्टू के सेंट्रल कमेटी के नेता डॉ. वीके पटोले ने कहा कि यह मजदूरों की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट दस वर्षों के लिए समझौता और 50% डीए को बेसिक में मर्ज करने पर अड़ा था, लेकिन यूसील के मजदूरों की चट्टानी एकता के सामने प्रबंधन को झूकना पड़ गया। समझौता पांच वर्षों , 100% डीए का समायोजन और 12 फीसद गारंटेड बेनीफिट को डॉ. पटोले ने मजदूरों की बड़ी जीत करार दिया।

आखिरकार मैनेजमेंट को जेएलयू के प्रस्ताव को मानना पड़ा - सुरजीत सिंह : इंटक से सम्बद्ध जादूगोड़ा लेबर यूनियन के महासचिव सुरजीत सिंह एवं वी. शंकर राव ने समझौता फायदेमंद करार देते हुए दावा किया कि आखिरकार प्रबंधन ने जेएलयू द्वारा पूर्व में दिए गये प्रस्ताव को ही माना है। सुमू महासचिव रमेश माझी ने भी समझौता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे मजदूर हित वाला बताया।

यूसील ने जनप्रतिनिधियों- जिला प्रशासन को कहा - शुक्रिया : यूसील के डायरेक्टर फायनेंस देवाशीष घोष, डॉ. एके षाड़ंगी, एसके शर्मा एवं जीसी नायक ने प्रेस कांफ्रेंस कर समझौते की सफलता के लिए एमपी विद्युतवरण महतो, एमएलए चंपई सोरेन, मेनका सरदार, जिप अध्यक्ष बुलूरानी सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह के साथ- साथ डीसी अमित कुमार, एडीएम सुबोध कुमार, एसएसपी अनूप बिरथरे, सीआईएसएफ के सीनियर कमांडेंट हरिओम गांधी, रैफ कमांडेंट से मिले सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

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