मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जलापूर्ति ठप, पानी के लिए हाहाकार
एनएच 75 पर अवस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जलापूर्ति ठप हो गया है। उक्त कारण अस्पताल और स्टॉफ क्वार्टर में पानी के लिए हाहाकार मचा है। उसकी जानकारी पीएचइडी को भी दी गई है उसके बाद भी जलापूर्ति...
एनएच 75 पर अवस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जलापूर्ति ठप हो गया है। उक्त कारण अस्पताल और स्टॉफ क्वार्टर में पानी के लिए हाहाकार मचा है। उसकी जानकारी पीएचइडी को भी दी गई है उसके बाद भी जलापूर्ति शुरू करने की पहल नहीं की गई है। अस्पताल को हर दिन छह हजार और कर्मियों के लिए तीन हजार लीटर हर दिन पानी की जरूरत है। अस्पताल परिसर में लगाए गए दो बोर कराए गए थे। दोनों में आई कुछ गड़बड़ी के कारण उनसे जलापूर्ति नहीं हो रही है। यह स्थिति केंद्र में पिछले करीब 25 दिनों से है। अस्पताल में जलापूर्ति नहीं होने से मरीज से लेकर अस्पताल कर्मी पानी के लिए भटकते हैं। सर्वाधिक परेशानी इलाज के लिए बाहर से आए मरीज और उनके परिजनों को उठाना पड़ता है। उक्त अस्पताल पर करीब डेढ़ लाख की आबादी निर्भर है। अस्पताल में हर दिन 150 से अधिक मरीज औसतन आते हैं। मरीजों के साथ उनके परिजन आते हैं। नल को चालू कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने पीएचइडी के अलावा जिला प्रशासन, अस्पताल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, प्रखंड प्रशासन, प्रखंड 20 सूत्री को भी अस्पताल की स्थिति से अवगत करा दिया गया है। उसके बाद भी किसी स्तर पर जलापूर्ति चालू कराने की पहल अबतक नहीं की गई है। बताया जाता है कि पहले भी तीन चार पर उसे मरम्मत कर चालू कराने का प्रयास किया गया था पर जलस्तर नीचे जाने की वजह से जलापूर्ति बाधित हो रही है। नल का सिलिंडर और पाइप खराब हो गया है।
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अस्पताल में जलापूर्ति पूरी तरह ठप है। इलाज कराने आए मरीज और उसके परिजनों के अलावा अस्पताल कर्मियों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। जलापूर्ति ठप होने की जानकारी जिला प्रशासन से लेकर हर स्तर पर दे दी गई है। उसके बाद भी गड़बड़ी ठीक करने की पहल नहीं की गई। करीब 25 दिनों से यह स्थिति है।
डॉ दीपक सिन्हा, प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी।