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पानी में बहा तीन साल का बच्चा बाल-बाल बचा

जाको राखे सांइया मार सके न कोय कुछ ऐसा ही चरितार्थ हुआ प्रखंड मुख्यालय में। तीन साल का बच्चा विराज मौत को मात देकर जिंदा बच गया। घटना गुरुवार शाम की...

जाको राखे सांइया मार सके न कोय कुछ ऐसा ही चरितार्थ हुआ प्रखंड मुख्यालय में। तीन साल का बच्चा विराज मौत को मात देकर जिंदा बच गया। घटना गुरुवार शाम की...
1/ 2जाको राखे सांइया मार सके न कोय कुछ ऐसा ही चरितार्थ हुआ प्रखंड मुख्यालय में। तीन साल का बच्चा विराज मौत को मात देकर जिंदा बच गया। घटना गुरुवार शाम की...
जाको राखे सांइया मार सके न कोय कुछ ऐसा ही चरितार्थ हुआ प्रखंड मुख्यालय में। तीन साल का बच्चा विराज मौत को मात देकर जिंदा बच गया। घटना गुरुवार शाम की...
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हिन्दुस्तान टीम,गढ़वाSat, 28 Sep 2019 01:23 AM
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जाको राखे सांइया मार सके न कोय कुछ ऐसा ही चरितार्थ हुआ प्रखंड मुख्यालय में। तीन साल का बच्चा विराज मौत को मात देकर जिंदा बच गया। घटना गुरुवार शाम की है। बताया जाता है कि शाम हो रही बारिश के क्रम में बच्चा 200 फीट लंबा और मात्र दो फीट आकार के ह्यूम पाइप में वह बह गया। बच्चे को तनिक भी चोट नहीं आई। बताया जाता है कि बिहार से आकर एक परिवार पिछले एक सप्ताह से बाजार समिति परिसर में रह रहा है। यह परिवार जहां-तहां से मधू निकाल उसे बेचकर जीविकोपार्जन करता है। गुरुवार शाम तेज बारिश में थाली बहकर पानी निकासी के लिए लगाया गया ह्यूम पाइप के पास चला गया। उसे लेने वह भी गया। उसी क्रम में पानी की तेजधार में बच्चा भी बहकर उसके अंदर चला गया। अपने इकलौते बेटे को ह्यूम पाइप में जाता देख पास खड़ी उसकी मां रोने चिल्लाने लगी। वह भी बेटे को बचाने के लिए उसके अंदर जाने की कोशिश करने लगी। यह देख पास खड़े परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे किसी तरह पकड़ा। हो हंगामा सुन वहां आसपास के ग्रामीण भी पहुंच गए। ग्रामीण भी उक्त बच्चे की खोजबीन में लग गए। काफी खोजबीन के बाद ह्यूम पाइप के अंतिम छोर पर उसे बेहोशी की हालत में पाया गया। वहां से उसे उठाकर ईलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में उपचार के बाद बच्चा सामान्य होने लगा। कुछ समय बाद वह बिल्कुल सामान्य हो गया। घटना की सूचना पर लोग वहां देखने पहुंचने लगे। बच्चे की मां नैना ने बताया कि भगवान विष्णु उसके बच्चे को जीवनदान दे दी। वह पिछले एक साल से गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा कर रही है। उधर ग्रामीण भी बच्चे का सकुशल बचना चमत्कार मान रहे हैं। बताया जाता है कि डंडई मुख्य बाजार इलाके का पूरा पानी उसी ह्यूम पाइप से होकर दानरो नदी में जाता है।

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