कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू
सदर प्रखंड के करमडीह सहिजना सीमा पर दानरो नदी तट पर स्थित जुड़वानियां मंदिर परिसर में पंचमुखी बजरंगबली और भगवान गणेश की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तीन दिवसीय अनुष्ठान कलश यात्रा के साथ शुरू...
सदर प्रखंड के करमडीह सहिजना सीमा पर दानरो नदी तट पर स्थित जुड़वानियां मंदिर परिसर में पंचमुखी बजरंगबली और भगवान गणेश की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तीन दिवसीय अनुष्ठान कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ। वाराणसी से आए विद्वान ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश यात्रा कार्यक्रम की शुरूआत की। सबसे पहले जुड़वनियां मंदिर में पूजा अर्चना के बाद कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा जुड़वनियां मंदिर से शुरू करमडीह गांव स्थित घिवहा नदी और दानरो नदी के संगम पर पहुंची।
वहां अभिमंत्रित जल को कलश में उठाकर श्रद्धालु पुनः जुड़वनियां शिव मंदिर में स्थापित किया। कलश यात्रा के बाद शाम को 12 घंटे का अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया। उसका उद्घाटन समिति के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया। उक्त अवसर पर जुड़वनियां मंदिर नव निर्माण समिति के अध्यक्ष पिंटू चौबे ने कहा कि बुधवार की सुबह सात बजे अखंड कीर्तन का समापन किया जाएगा। उसके बाद आठ बजे से प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विभिन्न अनुष्ठान शुरू किया जाएगा। बुधवार की पंचमुखी बजरंगबली और भगवान गणेश की प्रतिमा के प्रारूप का नगर भ्रमण कार्यक्रम होगा। शाम सात बजे आरती के बाद भक्ति जागरण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। वहीं गुरुवार को सुबह से ही प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। दोपहर 12 बजे से महाभंडारा का आयोजन होगा। कलश यात्रा में समिति के एसएस वर्मा, प्रेम दिवाना, उमेश मेहता, उमेश चंद्रवंशी, उपेंद्र प्रसाद, निरंजन कुमार, सुदर्शन मेहता, राम स्नेह कुशवाहा, मंतू लाल गुप्ता, छोटू कुशवाहा, अनिस सिंह, रश्मि वर्मा, लता वर्मा, आकृति कुमारी, अनिता वर्मा, अरविंद तिवारी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।