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युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं, पुस्तकालय के नाम खानापूर्ति

जिला मुख्यालय स्थित श्रीकृष्ण अनुमंडलीय पुस्तकालय अव्यवस्थाओं के बीच चल रहा है। युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं...

युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं, पुस्तकालय के नाम खानापूर्ति
हिन्दुस्तान टीम,गढ़वाTue, 24 Sep 2019 11:32 PM
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जिला मुख्यालय स्थित श्रीकृष्ण अनुमंडलीय पुस्तकालय अव्यवस्थाओं के बीच चल रहा है। युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं है। पुस्तकालय में पुस्तकों की भी कमी है। पुस्तकालय में पुस्तकों की कमी के कारण युवा अपने-अपने घर से किताबें लाकर तैयारी करते हैं। घर से पुस्तकें लाकर पुस्तकालय में करते हैं तैयारी जिलांतर्गत डंडई प्रखंड के करके निवासी पुस्तकालय तो आते हैं पर किताबें नहीं है। वह अपनी किताबें लाकर तैयारी कर रहा है। वह बताता है कि एसएससी की तैयारी कर रहा है। उससे संबंधित किताबें नहीं हैं। सदर प्रखंड के ढोंटी निवासी रईस अंसारी भी पुस्तकालय तो आता है पर किताबें नहीं होने के कारण इसका लाभ नहीं मिल रहा है। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी को लेकर पुस्तकालय में किताबें नहीं हैं। पुस्तकालय में वैसी किताबें हैं जो उसकी तैयारी में मददगार नहीं हैं। डुमरिया का खुशहाल तिवारी आईएससी द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसके लिए भी पुस्तकालय में किताबें नहीं है। वह इस उम्मीद से पुस्तकालय आया था कि कुछ अन्य किताबों की मदद मिल जाएगी। फिलहाल वह घर से अपनी किताबें लाकर तैयारी कर रहा है।पुस्तकालय में पढ़ाई का माहौल नहींपुस्तकालय में अध्ययनरत छात्र बताते हैं कि यहां पढ़ने का माहौल ही नहीं है। इसे खोलने और बंद करने का समय में भी सुधार हो। फिलहाल पुस्तकालय अमूमन अपराह्न दो-तीन बजे खुलता है। उक्त कारण छात्र पुस्तकालय का समुचित लाभ नहीं उठा पाते हैं। नगर परिषद को मिली है संचालन की जिम्मेवारीबताया जाता है कि 14 सितंबर 2017 को उक्त पुस्तकालय प्रशासन ने नगर परिषद को सौंप दिया था। उसके बाद से ही उसके संचालन की जिम्मेवारी नगर परिषद को करनी थी। एसडीओ प्रदीप कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुस्तकालय में नेट कनेक्टिविटी के अलावा वाईफाई की व्यवस्था भी करनी थी। यह अबतक नहीं हुआ है। पुस्तकालय को सुव्यस्थित करने के लिए कोई अलग से बजटीय प्रावधान नहीं है। उसके बाद भी पुस्तकालय को व्यवस्थित करने का प्रयास किया जाएगा। शिकायत पर समस्या का नहीं हुआ समाधानपुस्तकालय आने वाले युवाओं ने बताया कि यहां हो रही असुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई है। शौचालय भी खराब पड़ा है। उसकी भी सूचना दी गई है। उसके बाद भी न तो पुस्तकालय की कमी को दूर किया गया और न ही शौचालय ठीक किया गया। उसके अलावा पुस्तकालय आने वाले छात्र बताएं क्या जरूरत हैएसडीओ ने बताया कि पुस्तकालय पढ़ने आने वाले छात्र ही बताएं कि उन्हें किस तरह के किताबों की जरूरत है। उनकी जरूरत के मुताबिक ही पुस्तकालय में किताबों की कमी को दूर की जाएगी।पुस्तकालय शिक्षा विभाग के अधीन हैएक ओर बतौर एसडीओ पुस्तकालय नगर परिषद को देने की बात कही गई वहीं डीइओ राम प्रसाद मंडल ने बताया कि यह शिक्षा विभाग के अधीन है। नगर परिषद को देने का सवाल ही नहीं है। नगर परिषद की ओर से सिर्फ एक बार रंग रोगन कराया गया था। पुस्तकालय चलाने के लिए पुस्तकालय अध्यक्ष है। किताबों से लेकर दैनिक अखबार, पत्रिका का भुगतान विभाग करता है। अगर किताबों की कमी है तो पुस्तकालय अध्यक्ष को यह जानकारी देनी चाहिए। पुस्तकालय चलाने में आ रही कमियों को दूर किया जाएगा। पुस्तकालय समय पर खुले उसे भी सुनिश्चित किया जाएगा।

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