आधे से अधिक 108 एंबुलेंस जर्जर, मरीजों को नहीं मिलता लाभ
गढ़वा में 108 एंबुलेंस सेवा की स्थिति गंभीर है। जिले में 27 एंबुलेंस में से 9 खराब हैं, और बाकी भी रखरखाव की कमी से जर्जर हो चुके हैं। मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में कठिनाई हो रही है, जिससे...

गढ़वा, प्रतिनिधि। गंभीर मरीजों या दुर्घटना में घायल हुए लोगों को तत्काल मदद के लिए शुरू किया गया 108 एंबुलेंस का लाभ जिलावासियों को नहीं मिल रहा है। जिलेभर के लिए कुल 27 एंबुलेंस हैं। उनमें नौ एम्बुलेंस विभिन्न प्रखंड में खराब पड़े हैं। बाकी बचे 18 एंबुलेंस में भी आधे से अधिक मरम्मती और रखरखाव की कमी के कारण जर्जर हो गए हैं। उक्त कारण एंबुलेंस कहीं भी बिगड़ जाता है। मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में परेशानी हो रही है। खराब एंबुलेंस होने के कारण एक भी एंबुलेंस रांची मरीज को लेकर नहीं जा रहा है। बताया जाता है कि जिले में सम्मान फाउंडेशन 108 एंबुलेंस का परिचालन कराती है। संस्था की ओर से चलाई जा रही 27 एंबुलेंस में अधिसंख्य की स्थिति जर्जर है। सदर अस्पताल परिसर में भी दो-तीन एंबुलेंस खराब हो जाने के कारण खड़ी हैं। 108 एंबुलेंस के जर्जर होने के कारण कई बार मरीज को ले जाते समय रास्ते में बिगड़ गया। घंटों मरीज एंबुलेंस में ही पड़ा रहा। उक्त कारण मरीज और मरीज के परिजन काफी परेशान रहते हैं। मरीजों को सही समय पर इलाज नहीं होने से उनकी जान सांसत में फंसी रहती है। बताया जाता है कि एंबुलेंस में जरूरी सामान भी नहीं है। इक्का दुक्का एंबुलेंस में है भी तो वह खराब है। एंबुलेंस में पल्स ऑक्सीमीटर, बीपी इंस्ट्रूमेंट, थर्मामीटर, ग्लूकोमीटर, सरवाइकल कॉलर, डिलेवरी किट सहित अन्य उपकरण होना चाहिए वह नहीं है। यहां तक की एंबुलेंस में कॉटन तक उपलब्ध नहीं है। उक्त कारण घायलों के उपचार में परेशानी होती है। एंबुलेंस पर तैनात स्टॉफ की मानें तो उक्त उपकरण नहीं होने के कारण वह घायलों और मरीजों को समय पर जरूरी दवा भी नहीं दे पाते हैं।
::बॉक्स::जिले में संचालित 108 एंबुलेंस में विभिन्न तरह की व्यवस्था नहीं है तो उसकी जांच की जाएगी। विभाग के द्वारा इसका टेंडर किया गया था। टेंडर के दौरान ही यह स्पष्ट था कि 108 एंबुलेंस में कौन-कौन सी व्यवस्था होनी चाहिए। उसका हर हाल में पालन करना होगा। डॉ अशोक कुमार, सिविल सर्जन गढ़वा।
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