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रघुवर की तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी: तिवारी

ब्राह्ममण समाज के लोगों ने बुधवार को नगर पंचायत कार्यालय के समीप मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन किया। वहीं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। मौके पर ब्राह्ममण समाज के प्रदेश...

रघुवर  की तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी: तिवारी
हिन्दुस्तान टीम,गढ़वाThu, 14 Dec 2017 12:22 AM
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ब्राह्ममण समाज के लोगों ने बुधवार को नगर पंचायत कार्यालय के समीप मुख्यमंत्री रघुवर दास का पुतला दहन किया। वहीं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। मौके पर ब्राह्ममण समाज के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश तिवारी ने कहा कि रघुवर दास पहले मुख्यमंत्री हैं, जो ब्राह्ममण विरोधी बातें खुले मंच से किए हैं। ऐसी तानाशाह सरकार को नहीं चलने दिया जाएगा। इस तरह के मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जबतक मुख्यमंत्री समाज के लोगों से माफी नहीं मांगते हैं, तब तक बाह्ममणों का आंदोलन जारी रहेगा। उसके लिए 17 दिसंबर को गढ़वा में बैठक होगी। उक्त बैठक में आंदोलन की अगली रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को अपना आदर्श मानती है। उसके बाद भी उनके वंशजों को अपमानित करने का काम किया जा रहा है। प्रदर्शन के बाद समाज के लोगों ने परशुराम सेना का गठन किया। जिसमें मिनु दुबे को अध्यक्ष, सोनू पांडेय को उपाध्यक्ष, पिंकू तिवारी को उपाध्यक्ष, असमेर चौबे, डब्लू दुबे, विश्वजीत दुबे, छोटू दुबे को संरक्षक बनाया गया है। मौके पर सच्चिदांनद तिवारी, ब्रजेन्द्र पाठक, सत्येन्द्र तिवारी, पिंकु तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। उधर मेराल प्रखंड के चेचरिया निवासी सह युवा समाजसेवी प्रभात कुमार तिवारी ने मुख्यमंत्री की ओर से ब्राह्मणों पर किए गए टिप्पणी की निंदा की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को एक मंच से ब्राह्मणों पर टिप्पणी करना शोभा नहीं देता है। उन्हें समाज के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में ब्राह्मणों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।

जातिवाद की राजनीति करने वाले सीएम नहीं कर सकते विकास

खरौंधी। प्रतिनिधि ब्राह्मण समाज के बृजबिहारी दुबे ने मुख्यमंत्री रघुवर दास की ओर से ब्राह्मणों पर की गई टिप्पणी की निंदा की है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक और सरकार के लोग जिम्मेवार हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बाहरी व्यक्ति हैं। झारखंड के विकास के लिए उन्हें कोई चिंता नहीं है। जातिवाद करने वाले मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रखंड के ब्राह्मण समाज राज्यपाल को पत्र भेजकर मुख्यमंत्री को बर्खरस्त करने की मांग करेगा। मौके पर सुरेन्द्र दुबे, राकेश दुबे, अलखनाथ दुबे, युगल किशोर दुबे, अशोक द्विवेदी, रामसूरज दुबे, पांडेय उपेन्द्र शर्मा, विजय कुमार, अनु पांडेय आदि उपस्थित थे।

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