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हत्याकांड में गवाही की जिद ने ली हसीब की जान

पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र फरठिया मोड़ पर हसीब हत्याकांड का खुलासा किया है। उसकी हत्या चार नवंबर को अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी। रविवार को प्रेसवार्ता कर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने यह जानकारी...

हत्याकांड में गवाही की जिद ने ली हसीब की जान
हिन्दुस्तान टीम,गढ़वाMon, 23 Dec 2019 02:16 AM
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पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र फरठिया मोड़ पर हसीब हत्याकांड का खुलासा किया है। उसकी हत्या चार नवंबर को अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी। रविवार को प्रेसवार्ता कर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि मामले में पुलिस ने झलुआ निवासी छोटू रंगसाज की पत्नी सलमा खातुन, ऊंचरी के शरीफ मोहल्ला निवासी असगर अंसारी और सुखबाना निवासी हाफिज मुख्तार अहमद को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है। तीनों के पास से चार मोबाईल बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि हसीब की हत्या छोटू रंगसाज के इशारे पर उसकी पत्नी सलमा की ओेर से कराया गया था। बकौल एसपी हसीब एकरार हत्या कांड का मुख्य गवाह था और वह सभी के मना करने के बाद भी गवाही देने के लिए तैयार था। उक्त मामले को लेकर ही छोटू रंगसाज की पत्नी सलमा ने असगर के सहयोग से कुख्यात शूटर शबीर अंसारी और मंटू रंगसाज को तीन लाख देकर हत्या कराया। उन्होंने बताया कि असगर को ऊंचरी, हाफिज मुख्तार अहमद को सुखबाना और सलमा को झलुआ से गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने बताया कि हसीब की हत्या से कुछ दिन पहले ही कुख्यात शूटर शबीर और मंटू गढ़वा में आ गए थे। उक्त दोनों असगर और हाफिज मुख्तार के सहयोग से रेकी कर रहे थे। घटना के दिन भी उक्त दोनों घटना से कुछ दूर पर खड़े थे। असगर और हाफिज के इशारे के बाद ही हसीब की हत्या की गई थी। एसपी ने बताया कि घटना के दिन हसीब की पत्नी नफिसा बीवी के लिखित आवेदन के आधार पर जलालुद्दीन रंगसाज और छोटू रंगसाज सहित अन्य पर प्राथमिकी दर्ज किया गया था। उक्त मामले में जलालुद्दीन को पहले ही जेल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा। एसपी ने बताया कि गुड्डू खान और छोटू रंगसाज के बीच वर्चस्व को लेकर लड़ाई चल रहा था। वर्चस्व खत्म करने को लेकर दोनों के साथ समुदाय के लोगों की बैठक हुई थी। उसमें दोनों तरफ से गवाही नहीं देने और खून खराबा बंद करने की सहमति बनी थी। उसमें हसीब ने गवाही देने की जिद नहीं छोड़ी थी।

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