विज्ञान के बिना जीवन अधूरा: अलख विज्ञान के बिना जीवन अधूरा: अलख विज्ञान के बिना जीवन अधूरा है: अलखनाथ
जीएन कान्वेंट स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजनसीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्थानीय जीएन कान्वेंट स्कूल में सोमवार को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन...

गढ़वा। जिला प्रतिनिधि
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्थानीय जीएन कान्वेंट स्कूल में सोमवार को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढ़कर एक मॉडल प्रदर्शित किए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन डीपीएससीसी के अध्यक्ष और आरकेग्रुप के निदेशक सह डीपीएससीसी के अध्यक्ष अलखनाथ पांडेय, विद्यालय के निदेशक मदन प्रसाद केशरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर संयुक्त रूप से किया। मौके पर अलखनाथ ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों ने एक से बढ़कर एक मॉडल तैयार किए गए। यह उनके वैज्ञानिक सोच का ही परिणाम है। आज विज्ञान के बिना जीवन अधूरा है। विज्ञान लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गया है। बाल वैज्ञानिक भविष्य के वैज्ञानिक हैं। उन्हें निरंतर नई सोच के लिए प्रेरित करने और अवसर प्रदान करने की जरूरत है। ऐसे आयोजनों से बच्चों में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ने के साथ उनमें वैज्ञानिक सोच भी बढ़ती है। वहीं स्कूल के निदेशक ने कहा कि वर्तमान समय विज्ञान का समय है। उसके बिना जीवन संभव नहीं हैं। विज्ञान आज धरती से लेकर आसमान तक पहुंच चुका है। विज्ञान प्रदर्शनी एक अवसर है जहां छात्र-छात्राओं की क्षमता और दक्षता का बेहतर मूल्याकंन होता है। इस तरह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं में ज्ञान-विज्ञान के प्रति अभिरुचि पैदा करना और अंधविश्वास से मुक्ति दिलाते हुए उनमें वैज्ञानिक चेतना का संचार करना है। विज्ञान हमारे जीवन शैली को आसान बना दिया है। स्कूल में इस तरह के पहल बच्चों में वैज्ञानिक सोच, उत्साह और अनुसंधान की मानसिकता के दृष्टिकोण को विकसित करता है।
उन्होंने कहा कि बच्चों की सोच और कल्पनाओं को मूर्तरूप देने के लिए विद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रत्येक वर्ष विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है। वहीं प्राचार्य बसंत ठाकुर ने कहा विद्यालय के विकास के लिए हर पहलु पर ध्यान दिया जाता रहा है ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। इसी पहल के अंतर्गत सभी कक्षाओं को स्मार्ट क्लास का रूप दिया जा रहा है। विज्ञान प्रदर्शनी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं में ग्रुप ए में प्रथम गोविंद कुमार, द्वितीय नमन कुमार, अभय कुमार व तृतीय उज्ज्वला कुमारी-सोनाली केशरी, ग्रुप बी में प्रथम दिव्यादीप सोनी ग्रुप, द्वितीय युवराज केशरी ग्रुप और तृतीय अंकित केशरी ग्रुप रहे। चयनित छात्र-छात्राओं के बीच निदेशक की ओर से प्रशसित पत्र और मेडल दिया गया। निर्णायक मंडल में उदय प्रकाश, नीरा शर्मा, कल्पना द्विवेदी व शारिक हसन थे। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक विनय दूबे, शारदानंद उपाध्याय, संतोष प्रसाद, निलम केशरी, नरेंद्र सिन्हा, सरिता दूबे, रिज़वाना शाहिन व शिवानी कुमारी की भूमिका सरहानीय रही।
