ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News झारखंड गढ़वाशहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरायी, बढ़ रहा जनाक्रोश

शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरायी, बढ़ रहा जनाक्रोश

प्रचंड गर्मी, दिन भर गर्म हवा और उमस के बीच लचर बिजली आपूर्ति से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। उससे लोगों में आक्रोश भी भड़क रहा है। कई इलाकों में लचर...

प्रचंड गर्मी, दिन भर गर्म हवा और उमस के बीच लचर बिजली आपूर्ति से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। उससे लोगों में आक्रोश भी भड़क रहा है। कई इलाकों में लचर...
1/ 2प्रचंड गर्मी, दिन भर गर्म हवा और उमस के बीच लचर बिजली आपूर्ति से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। उससे लोगों में आक्रोश भी भड़क रहा है। कई इलाकों में लचर...
प्रचंड गर्मी, दिन भर गर्म हवा और उमस के बीच लचर बिजली आपूर्ति से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। उससे लोगों में आक्रोश भी भड़क रहा है। कई इलाकों में लचर...
2/ 2प्रचंड गर्मी, दिन भर गर्म हवा और उमस के बीच लचर बिजली आपूर्ति से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। उससे लोगों में आक्रोश भी भड़क रहा है। कई इलाकों में लचर...
हिन्दुस्तान टीम,गढ़वाWed, 23 May 2018 10:47 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रचंड गर्मी, दिन भर गर्म हवा और उमस के बीच लचर बिजली आपूर्ति से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर गांव तक बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। उससे लोगों में आक्रोश भी भड़क रहा है। कई इलाकों में लचर बिजली आपूर्ति के खिलाफ लोग आंदोलन के मूड में हैं। सोलश मीडिया में भी बिजली व्यवस्था पर जमकर भड़ास निकाली जा रही है। मांग के अनुरूप बिजली आपूर्ति नहीं होने से यह स्थिति बनी है। जिला मुख्यालय सहित सुदूरवर्ती प्रखंडों में बिजली आपूर्ति ठीक करने के लिए 30 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है। उसके विपरीत महज 15 मेगावाट बिजली ही मिल रही है। उक्त कारण शहरी क्षेत्र में सात से आठ घंटा, जबकि ग्रामीण इलाका में एक से छह घंटा तक बिजली मिल रही है। विभाग के अनुसार गढ़वा सब स्टेशन में कुल नौ फीडर हैं। सबस्टेशन को ही कम बिजली मिलने की वजह से अलग-अलग फीडर में लोड शेडिंग कर कुछ घंटे ही बिजली दी जा रही है। गढ़वा को फिलहाल रिहंद ओर सोननगर से ही कम बिजली मिल रही है।

लचर बिजली व्यवस्था से परेशान राजनेता और समाजसेवी से लेकर आम लोग भी सोशल मीडिया में जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। समाजसेवी और झामुमो नेता लायन कंचन साहू लिखते हैं बिजली की भीख दीजिए। भीषण गर्मी में मरीज, बच्चे, महिलाएं और वृद्धजनों की हालत पर तरस खाइए। पीएम के बयान पर तंज कसते हुए राजीव भारद्वाज लिखते हैं हिन्दुस्तान के हर घर में बिजली आ गई।

उधर सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल अजय उपाध्याय, मकबूल आलम, राकेश चौबे, सादाब खान, अविनाश दुबे टुनटुन, सतीश तिवारी, मंटू पांडेय, नवलेशधर दुबे, नवीन तिवारी ने बुधवार को डीसी से मुलाकात कर 10 दिन के अंदर बिजली आपूर्ति में सुधार लाने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि उनकी मांग पूरी होने पर सभी आमरण अनशन पर बैठेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें