सदर अस्पताल के सफाई कर्मियों ने जिला प्रशासन पर लगाया भेदभाव करने का आरोप
सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग से बहाल सफाई कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है। उसके कारण उनका परिवार भुखमरी के कगार पर...

गढ़वा। प्रतिनिधि
सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग से बहाल सफाई कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है। उसके कारण उनका परिवार भुखमरी के कगार पर है। सफाई रानी देवी, कमला देवी, मिथुन राम, सुलोचनी देवी, ललिता कुंवर, राकेश तिवारी ने जिला प्रशासन पर भेद भाव का आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना काल में बिना डर के सदर अस्पताल में सफाई कार्य किया। कोरोना मरीजों के बीच रह कर अस्पताल की सफाई के साथ कोरोना से मरने वाले लोगों का शव तक शमशान घाट तक पहुंचाया। इतना करने के बाद भी उन्हें आज तक मानदेय नहीं मिला। उक्त लोगों ने कहा कि जो कोरोना के दौरान काम नहीं किया और मंत्री के समक्ष मजदूरी की बात कही तो डीसी के निर्देश पर उसे मानदेय मिल गया। पर उक्त सभी को मानदेय आज तक नहीं मिला यह देखने वाला कोई नहीं है। सफाई कर्मियों ने कहा कि काम करने वाले लोगों का परिवार कैसे चल रहा है यह जिला प्रशासन को दिखाई नहीं देता। सफाई कर्मियों ने डीसी से अविलंब मानदेय दिलाने की मांग की।
