2 कांग्रेस नेताओं पर कसेगा ED का शिकंजा, योगेंद्र और अंबा से पूछताछ की तैयारी; क्या है पूरा मामला
शुक्रवार को ईडी ने झारखंड में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक के कई ठिकानों पर छापा मारा था। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की टीम अब दोनों नेताओं से पूछताछ की तैयारी कर रही है।

कोल कंपनियों से उगाही, रंगदारी समेत अन्य अवैध गतिविधियों से वसूली गई राशि की मनी लाउंड्रिंग के मामले में ईडी पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, पूर्व विधायक अंबा प्रसाद समेत अन्य संदिग्धों से अगले सप्ताह से पूछताछ शुरू करेगी। जानकारी के मुताबिक, ईडी ने दर्जनों मोबाइल फोन और डिजिटल डिवाइस जब्त की है। इन मोबाइल का डाटा भी संदिग्धों की उपस्थिति में ही रिट्रिव कराया जाएगा।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में आए तथ्यों के आधार पर पूर्व मंत्री यागेंद्र साव, उनकी बेटी पूर्व विधायक अंबा साव समेत अन्य संदिग्धों को समन किया जाएगा। ईडी ने बीते साल अप्रैल में भी मनी लाउंड्रिंग के मामले में योगेंद्र साव, अंबा प्रसाद से पूछताछ की थी। गौरतलब है कि शुक्रवार को छापेमारी के बाद योगेंद्र साव के बेटे अंकित राज के सीए के यहां से 15 लाख नकद मिले थे। वहीं ईडी ने आठ ठिकानों पर छापेमारी कर भौतिक और डिजिटल साक्ष्य जुटाए हैं।
छापेमारी हजारीबाग और रांची में योगेंद्र और अंबा के अलावा उनके करीबियों के यहां की गई थी। इसमें कई साक्ष्य बरामद किए थे। अब ईडी जांच की दिशा में तेजी से बढ़ रही है। पूछताछ में कई तथ्य सामने आ सकता है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
इन जगहों पर ईडी ने मारा था छापा
ईडी की टीम ने शुक्रवार की सुबह छह बजे एक साथ रांची और हजारीबाग में छापेमारी शुरू की। रांची के किशोरगंज के आनंदनगर में ईडी की टीम अंबा प्रसाद के सहयोगी पंचम कुमार के यहां पहुंची। वहीं हजारीबाग में योगेंद्र साव, अंबा प्रसाद के बड़कागांव स्थित समाधान भवन आवास, शिवाडीह में मनोज दांगी, पंचम कुमार, योगेंद्र साव के पूर्व करीबी व पत्रकार मंटू सोनी के आवास और संजीत कुमार के यहां दस्तावेज खंगाले गए। इसके अलावा हजारीबाग में योगेंद्र साव के बेटे अंकित राज के सीए बादल गोयल के आवास और हजारीबाग के मीनाक्षी फ्यूल के मालिक शशि प्रकाश सिंह के आवास पर छापेमारी की गई।
अंबा का बढ़ता कद पचा नहीं पा रही भाजपा: योगेंद्र साव
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने कहा है कि राजनीति में अंबा प्रसाद का बढ़ता कद देख भाजपा पचा नहीं पा रही है। इसलिए जब न तब रेड के नाम पर अंबा को परेशान करने की साजिश की जा रही है। प्रताड़ित किया जा रहा है। आज भी ईडी को कुछ नहीं मिला। लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ हमारे पूरे परिवार को प्रताड़ित करने का प्रयास किया जा रहा है। अंबा को राष्ट्रीय स्तर पर पद मिलना बंगाल और बिहार का जिम्मा मिलना भाजपा से देखा नहीं जा रहा है। भाजपा में एक से बढ़कर एक व्यवसाय और पैसे वाले बड़े नेता हैं, लेकिन कभी ये केंद्रीय एजेंसी उनके घरों को नहीं तलाशती। यह शुद्ध रूप से राजनीति का हिस्सा है।