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दुमका में बच्चा चोर के शक में दो जगह भीड़ हिंसा

असामाजिक तत्वों पर थाने में नहीं दर्ज की गई है एफआईआर दर्जअसामाजिक तत्वों पर थाने में नहीं दर्ज की गई है एफआईआर...

असामाजिक तत्वों पर थाने में नहीं दर्ज की गई है एफआईआर दर्जअसामाजिक तत्वों पर थाने में नहीं दर्ज की गई है एफआईआर...
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हिन्दुस्तान टीम,दुमकाMon, 16 Sep 2019 12:51 AM
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जिले में रविवार को फिर दो जगह भीड़ हिंसा हुई। रामगढ़ में एक युवती को बच्चा चोरी के संदेह में पीट-पीटकर घायल कर दिया। जबकि मसानजोर में एक युवती को घेरकर पकड़ने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।

रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत कमारचक गांव में 20 वर्षीय युवती की ग्रामीणों ने बच्चा चोरी करने के संदेह में पिटाई कर दी। भीड़ हिंसा का शिकार बनी बसंती हांसदा रामगढ़ प्रखंड के हड़वा गांव की रहने वाली है। घटना की सूचना मिलने पर हंसडीहा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को घायल अवस्था में ग्रामीणों की भीड़ से निकालकर इलाज के लिए सरैयाहाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। युवती की हालत में सुधार है। युवती ऑटो में सवार होकर हंसडीहा थाना क्षेत्र के लतबेरवा गांव में अपनी बुआ के घर जा रही थी। जैसे ही वह ऑटो से कमारचक के पास उतरी, वहां मौजूद कुछ असमाजिक तत्वों ने उक्त महिला को बच्चा चोर कहकर पीटना शुरू कर दिया। पिटाई से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। बुआ घर जाने के क्रम में बसंती ने संदेश के रूप में लड्डू खरीद कर अपने बैग में रखे थे, जिसे लोगों ने बैग से निकालकर जमीन पर फेंक दिया। इस मामले में किसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।

दूसरी घटना मसानजोर थाना क्षेत्र के सरकारी बांध गांव के पास हुई। बच्चा चोरी के संदेह में 18 वर्षीय युवती को ग्रामीणों ने घेर लिया। वह बचने के लिए भागने लगी। भागते हुए सरकारी बांध गांव के पास पहुंच गई। भागने के दौरान वह गिर पड़ी। गांव के कुछ समझदार लोगों ने युवती को अपने संरक्षण में रखा और मसानजोर पुलिस के हवाले कर दिया। युवती की दिमागी हालत ठीक नहीं है। वह भीख मांगकर अपनी गुजर-बसर करती है। रविवार को भीख मांगते हुए मुड़जोड़ा गांव पहुंच गई थी। गांव में कुछ बच्चे खेल रहे थे। युवती बच्चे के पास खड़ी थी। इसी पर लोग बच्चा चोरी का संदेह करने लगे। पुलिस विक्षिप्त युवती के घर-परिवार का पता लगाने का प्रयास जारी है।

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