दुमका शहर के जिला स्कूल रोड मे एक एक तीन मंजिला भवन जर्जर होने के कारण खतरनाक घोषित हो चुका है। भवन निर्माण विभाग की जांच रिपोर्ट सिविल एसडीओ को भेजे जाने और एसडीओ द्वारा भवन को खाली कराना और आवश्यक तोड़-फोड़ अपरिहार्य बताए जाने के बाद भी भवन को आज तक नहीं तोड़ा गया है जबकि 10 सितंबर 2018 को जब इस जर्जर भवन का एक छज्जा टूट कर गिर गया था तब एसडीओ राकेश कुमार ने स्थल जांच के बाद भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को जांच का आदेश दिया था।
निचले तल्ले के दुकनदारों को जांच रिपोर्ट आने तक दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया था। 14 सितंबर 2018 को भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने अनुमंडल पदाधिकारी को जांच रिपोर्ट भेजा जिसमें कहा गया है कि तीसरी मंजिल के छत एवं दीवार को अविलंब तोड़ने की आवश्यकता है। पहले इसी भवन में स्टेट बैंक का बाजार ब्रांच चलता है जो अब यहां से हट चुका है। छज्जा गिरने की एक घटना पहले हो चुकी है जिसमें नीचे एक बाइक क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बाद ही भवन निर्माण विभाग से जांच कराई गई थी। भवन निर्माण विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर सिविल एसडीओ राकेश कुमार ने 29 अक्टूबर 2018 को नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र भेज कर कृत कार्रवाई की रिपोर्ट मांगते हुए कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से भवन को खाली कराना और आवश्यक तोड़-फोड़ अपरिहार्य है।
जांच रिपोर्ट में कहा गया- ‘कभी भी कोई घटना हो सकती है सिविल एसडीओ को भेजी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि तीनों मंजिला पर स्थित पैसेज कोरीडोर भी क्षतिग्रस्त है। भवन के चारो ओर तीनों मंजिला पर प्रोजेक्ट छज्जा भी पूर्णत: क्षतिग्रस्त है और गिरने के कगार पर है। कार्यपालक अभियंता ने सिविल एसडीओ को भेजे पत्र में स्पष्ट लिखा है कि भवन के चारो ओर तीनों मंजिला पर स्थित प्रजेक्ट छज्जा ,कोरीडोर-पैसेज,टॉप फ्लोर रूफ एवं दीवार को तोड़ कर हटाने की आश्यकता है,अन्यथा कभी भी कोई घटना हो सकती है।