दुमका मॉब लिंचिंग की जांच को एसआइटी का गठन, तीन आरोपी गिरफ्तार
9 ग्रामीणों को नामजद एवं 60 अज्ञात के खिलाफ दर्ज की गई है प्राथमिकी वहीं इस कांड में तीन आरोपियों अर्जुन रजवार,मन्नत रजवार एवं वीरेन रजवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तीनों काठीकुंड के...
दुमका जिला में सोमवार को हुई मॉब लिंचिंग की घटना की जांच एसआइटी करेगी। वहीं इस कांड में तीन आरोपियों अर्जुन रजवार,मन्नत रजवार एवं वीरेन रजवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तीनों काठीकुंड के झिलीमिली गांव के रहने वाले है। उनमें अर्जुन रजवार और मन्नत रजवार भाई हैं।
मंगलवार को दुमका के पुलिस अधीक्षक अम्बर लकड़ा ने अपने आवासीय कार्यालय में पत्रकारों के साथ बातचीत में यह जानकारी देते हुए बताया कि काठीकुंड एवं शिकारीपाड़ा के सीमावर्ती क्षेत्र ढाका गांव के पास सोमवार की शाम में भीड़ ने बकरी चोरी के आरोप में दो युवकों को पेड़ से बांधकर जमकर पिटाई कर दी थी। इस घटना में एक युवक सुमन मियां की मौत हो गई थी,जबकि दुलाल मिर्धा गंभीर रुप से जख्मी है। उसका इलाज डीएमसीएच में चल रहा है। एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड में 9 ग्रामीणों को नामजद एवं 50-60 अज्ञात ग्रामीणों के विरुद्ध शिकारीपाड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है जिसमें एक डीएसपी रैंक के अधिकारी के अलावे दो इंस्पेक्टर,दो एसआई एवं अनुसंधानकर्ता को रखा गया है। उन्होंने बताया कि एसआईटी टीम पूरे मामले की जांच कर जल्द से जल्द चार्जशीट जमा करेगी। एसपी ने बताया कि मृतक सुमन मियां शिकारीपाड़ा के द्वारपहाड़ी गांव का रहने वाला था,जबकि घायल दुलाल मिर्धा ढाका गांव का रहने वाला है। एसपी ने बताया कि बकरी चोरी के आरोप में दोनों युवकों को मारपीट करते हुए ग्रामीण कुछ दूरी तक ले गए थे। उन्होंने बताया कि घटना स्थल से बकरी चोरी करने के भी साक्ष्य मिले है।
शिकारीपाड़ा एवं काठीकुंड में अलग-अलग दर्ज की गई है प्राथमिकी
एसपी अंबर ने बताया कि इस मामले में दो केस दर्ज किए गए है। एक केस काठीकुंड थाना में बकरी चोरी एवं दूसरा शिकारीपाड़ा थाना में कांड संख्या-49/20, धारा 147/148/149/307 एवं 302 आईपीसी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति को कानून को हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मामले में संलिप्त सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऐसी कोई घटना होती है तो पहले पुलिस को सूचित करें। कानून में हाथ में लेकर मारपीट नहीं करें।
गांव-गांव में चलाया जा रहा है जागरुकता अभियान
एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि भीड़ हिंसा को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट एवं सरकार के निर्देश पर लगातार गांव-गांव में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है कि संदिग्ध व्यक्ति को देखने के बाद उसकी पिटाई नहीं करें। पुलिस को सूचित करें। पुलिस कार्रवाई करेगी।
पुलिस ने मृतक का अपराधिक इतिहास खंगाला
एसपी अंबर लकड़ा ने बताया कि मृतक सुमन मियां का अपराधिक इतिहास है। वह डकैती केस में नामजद आरोपी है। काठीकुंड थाना में 2015 में भादवि की धारा 395 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एसपी ने बताया कि घायल दुलाल मिर्धा के भी अपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है। फिलहाल दुलाल मिर्धा अस्पताल में भर्ती है और गंभीर रुप से जख्मी है।