डीएमसीएच में अब 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड
कोरोना से निपटने के लिए दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई गई है। दुमका के सिविल सर्जन डॉ.एके झा ने बताया कि 10 बेड के आइसोलेशन वार्ड की क्षमता को बढ़ा कर अब 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड कर दिया...

कोरोना से निपटने के लिए दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई गई है। दुमका के सिविल सर्जन डॉ.एके झा ने बताया कि 10 बेड के आइसोलेशन वार्ड की क्षमता को बढ़ा कर अब 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड कर दिया गया है। डीएमसीएच में एक साथ 60 कोरोना पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि अभी कोई भी कोरोना पीड़ित मरीज नहीं मिला है जिसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने की जरूरत पड़े। सिविल सर्जन डॉ.एके झा ने बताया कि डीएमसीएच में अभी दो वेंटिलेटर है जिसे चलाने की ट्रेनिंग देने के लिए डाक्टरों की सूची सरकार को भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए संसाधन जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि थर्मल स्केनर अभी 5 की संख्या में उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी,डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर काम कर रहे हैं। सिविल सर्जन ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग और उन्हें होम क्वारंटाइन करने का ही नतीजा है कि अभी तक दुमका जिला में एक भी कोरोना संदिग्ध मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।
जिले में 40 पीपीई किट:
दैनिक हिन्दुस्तान के सवाल पर दुमका के सिविल सर्जन डॉ.एके झा ने बताया कि कोरोना के इलाज के लिए तैनात रहने वाले डॉक्टरों,नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पीपीई किट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास 40 की संख्या में पीपीई है। इसमें कथित तौर पर संदिग्ध मरीजों को लाने के लिए दो पीपीई का अब तक उपयोग हुआ है। सिविल सर्जन ने दावा किया कि कोरोना से लड़ाई के लिए संसाधनों की कमी नहीं है।
संदिग्ध का कोरोना टेस्ट निगेटिव निकला
दुमका। कोरोना वायरस से संक्रमण के संदेह में जिस युवक का स्वाब का सेंपल जांच के लिए रिम्स रांची भेजा गया था,वह निगेटिव पाया गया है। यह जानकारी दुमका की डीसी राजेश्वरी बी ने दी है। बता दें कि यह पहला सेम्पल था जिसे कोरोना जांच के लिए भेजा गया था। दूसरे किसी मरीज का सैंपल नहीं लिया गया है। दुमका के सिविल सर्जन डॉ.एके झा ने बताया कि कि अभी दुमका में कोरोना का कोई भी संदिग्ध मरीज नहीं है। फिर भी बाहर से आए सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच की जा रही है और उन्हें होम क्वारंटाइन में रखा गया है।
