शिविर के तीसरे दिन संत स्तुति, गुरु विनती पाठ किया
दुमका में सात दिवसीय ध्यान साधना शिविर के तीसरे दिन ध्यान और भजन कीर्तन के माध्यम से संत स्तुति की गई। सुबोधानंद महाराज ने बताया कि ध्यान से विकारों का शमन होता है और सकारात्मक स्थितियों का निर्माण...
दुमका, प्रतिनिधि। सात दिवसीय ध्यान साधना शिविर के तीसरे दिन के द्वितीय पाली में ध्यान से प्रारंभ होकर भजन कीर्तन के माध्यम से संत स्तुति, गुरु विनती पाठ किया गया। महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट से आए सुबोधानंद महाराज ने कहा ध्यान व्यक्ति को जीवनभर मंगलाचरण करने का संबल देता है, जिससे विकारों का शमन होता है। ध्यान की गंभीरता व गंभीर स्थिरता व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक स्थितियों का निर्माण करती है। इससे क्रोध, काम, लोभ और मोह के बंधनों से मुक्ति मिलती है। ध्यानस्थ रहकर नकारात्मक मनोभावों पर नियंत्रण का अभ्यास होता है। कहा कि ध्यान का सबसे प्रथम लाभ है। जीवन के दिन प्रतिदिन के क्रियाकलापों को करने में ध्यान से निष्पक्षता एवं अंतर्बोध प्राप्त होता है।
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